गुजरात के बारे मे 40 बेहतरीन तथ्य 40 Amazing Facts About Gujarat In Hindi
40 Amazing Facts About Gujarat In Hindi
पश्चिमी भारत में बसे गुजरात प्रान्त का नामकरण गुज्जरों से प्रेरित है जिन्होंने सातवीं – आठवीं शताब्दी के दौरान इस क्षेत्र में शासन किया था। संस्कृत के गुर्जर राष्ट्र से सरल होते-होते यह गुर्जर भूमि गुजरात हो गयी। गुजरात पूरे भारत में सबसे लम्बे समुद्रतट एवं सर्वाधिक शाकाहारी व मद्यमुक्त जनसंख्या वाले राज्य के रूप में राष्ट्रीय पहचान रखता है।
साबरमती व माही नदियों के आसपास पाषाण कालीन बसाहटें सिंधु नदी घाटी सभ्यता के समय की हैं जबकि हड़प्पा केन्द्र लोथल व रामपुर में भी पाये गये हैं। कई बार भारत का स्वर्ण लूटने व मंदिरों को तोड़ने आ रहे वैश्विक स्वर्ण-लुटेरे महमूद गज़नवी के सवा लाख सैनिकों को बिना शस्त्र उठाये मार गिराने वाली राजकुमारी शोभा चालुक्य भड़ूच की थी। इस बार हम गुजरात से जुड़े 40 तथ्यों का विवरण प्रस्तुत करेंगे.
40 Amazing Facts About Gujarat In Hindi
1. गुजरात की स्थापना – गुजरात रियासतों में बँटा हुआ था। सन् 1947 में भारतीय स्वतन्त्रता के बाद समूचे गुजरात (सौराष्ट्र व कच्छ को छोड़कर) को बाम्बे राज्य का भाग बना लिया गया, फिर 1 मई 1960 में शासन ने बाम्बे राज्य को महाराष्ट्र व गुजरात इन दो राज्यों में विभाजित कर दिया।
2. गुजरात की राजधानी – उपरोक्तानुसार गुजरात राज्य की स्थापना के उपरान्त इस नवीन राज्य का मुख्य नगर अहमदाबाद बन गया एवं सन् 1970 में राजधानी गाँधीनगर बना ली गयी।
3. गुजरात के जिले – 33, गाँधीनगर को समूचे एशिया महाद्वीप की सबसे हरित राजधानी कहा जाता है।
4. गुजरात की राजकीय सीमाएँ – उत्तर में पाकिस्तान, पूर्वोत्तर में राजस्थान, पूर्व में मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र तथा दक्षिण में दमन व दीऊ एवं दादरा व नगर हवेली केन्द्र शासित क्षेत्र हैं। पश्चिम व पश्चिम-दक्षिण से अरब सागर घेरे हुए है।
5. गुजरात का इतिहास – गिरनार पहाड़ियों के शिलालेखों में ज्ञात होता है कि मौर्य सम्राट अशोक ने ईसापूर्व 250 में अपना राज गुजरात तक विस्तारित कर लिया था. कालान्तर में शक व सोलंकी राजवंश भी यहाँ शासन करते देखे गये। दीर्घकाल तक मुस्लिम-शासन रहा, गुजरात के प्रथम स्वतन्त्र मुस्लिम शासक अहमद प्रथम ने सन् 1411 में अहमदाबाद की स्थापना की।
मुगल शासक अकबर ने सन् 1570 में मालवा व गुजरात को जीत लिया। 1600 के दशक में गुजरात के समुद्रतट पर हालैण्डवासी, डच, फ्ऱान्सीसी, अंग्रेज़ व पुर्तगाली इन चारों के आधार थे। सन् 1818 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने पहली बार सूरत में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी एवं राज्य उनके शासनाधीन हो गया।
6. गुजरात की भाषाएँ – गुजराती, हिन्दी, मारवाड़ी, सिंधी व अन्य भारतीय भाषाएँ |
7. गुजरात का पारिस्थितिक तन्त्र – मरुस्थल, चारागाह, घास के मैदान, पर्णपाती (पतझड़) वन, आर्द्रभूमि, मैन्ग्रोव, प्रवाल-भित्तियाँ, ज्वारनदमुख (समुद्र में नदियों के मुहाने) एवं खाड़ियाँ।
8. गुजरात की जलवायु – दक्षिणी जिलों में आर्द्र एवं पश्चमोत्तर अँचल में मरुस्थलीय
9. गुजरात की झीलें – नारायण सरोवर, लखोटा झील, सूरसागर झील
10. गुजरात निर्झर – सापूतारा में गीरा जलप्रपात, धरमपुर में शंकर झरना इत्यादि
11. गुजरात की नदियाँ – अमरवेलि, कंकावती, नर्मदा, साबरमती, दधिमती, धृतमती, नागमती, रंगमती, हस्तिमती, शत्रुंजया, विश्वमित्री।
12. गुजरात में खाड़ियाँ – खम्भात की खाड़ी (जहाँ नर्मदा इत्यादि नदियाँ आकर समुद्र में उतरती हैं), दैनिक तीव्र ज्वार-भाटे के कारण प्रसिद्ध कच्छ की खाड़ी
13. गुजरात के बाँध – सरदार सरोवर बाँध, कमलेश्वर बाँध इत्यादि |
14. गुजरात का साम्प्रदायिक एकता सूत्र – हिन्दू, जैन, बौद्ध व मुस्लिम के साथ ईसाई, पारसी, सिंधी सहित अनेक धारणाओं के लोग गुजरात में पीढ़ियों से निवास करते आये हैं।
15. गुजरात के तीर्थ – शिवजी के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ सौराष्ट्र में है। माता सती का पावागढ़ शक्तिपीठ एवं विष्णु देव के आठवें अवतार कृष्ण की द्वारका भी गुजरात में है जो कि वास्तव में समुद्रमग्न मूल द्वारिका के निकट जामनगर में उसकी प्रतिकृति सदृष है। श्रीकृष्ण द्वारा स्थापित द्वारका 10,000 वर्षों से भी अधिक पुरानी कहलाती है जिसे गुजरात की प्रथम राजधानी भी कहते हैं।
भारत में चारधाम में से एक धाम द्वारका है, अन्य तीन धाम उत्तराखण्ड का बद्रीनाथ, उड़ीसा में पुरी एवं तमिलनाडु में रामेश्वरम् हैं। इस प्रकार शैव, शाक्त व वैष्णव तीर्थों का संगम प्रदेष है।
16. गुजरात का पर्यटन – भावनगर में शत्रुंजया नदी के तट पर शत्रुंजय पर्वत की तलहटी एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ पालिताणा नामक नगर में संगमरमर से गढ़े 850 से भी अधिक जैन-मंदिर हैं। यह स्थान श्वेताम्बर जैनों में विषेष महत्त्वयुक्त है जबकि इस पहाड़ी पर दिगम्बर जैनों के लिये एक ही मंदिर है। पुराने किलों, पावागढ़ शक्तिपीठ, सोमनाथ ज्योतिर्लिंग सहित गिर राष्ट्रीय उद्यान जैसे अनेक उदाहरण हैं जो धार्मिक, सांस्कृतिक व पुरातात्त्विक कारणों से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये पर्याप्त हैं।
17. गुजरात की धरोहरें – पावागढ़ में कालिका शक्तिपीठ के पास चम्पानेर किला, जूनागढ़ की बौद्ध गुफाएँ, पाटन में रानी की वाव नामक विशाल बावड़ी, पुरातात्त्विक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हड़प्पा सभ्यता का पुराना शहर धोलावीरा, सिंधु नदी घाटी सभ्यता की याद दिलाता लोथल।
18. गुजरात के मरुस्थल – समूचा कच्छ महारण एवं थार महामरुस्थल का एक भाग गुजरात में है। लगभग सम्पूर्ण गुजरात अर्द्ध-मरुस्थलीय श्रेणी में है।
19. वनक्षेत्र- राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र के मात्र लगभग साढ़े नौ प्रतिशत पर वन हैं।
20. गुजरात के मुख्य वृक्ष – सागौन, बाँस, अष्वअश्वशृंगी (मोहिन), पलाश एवं मैंग्रोव्स |
21. गुजरात के मुख्य जन्तु – पेंगोलिन, एशियाई सिंह, फ़्लेमिंगो, काला हिरण, लकड़बग्घा, सियार, वन्य गर्दभ, साँभर, रीछ।
22. गुजरात के अभयारण्य – नाल सरोवर पक्षी अभयारण्य, कच्छ क्षेत्र में वन्य गर्दभ (जंगली गधा) अभयारण्य इत्यादि।
23. गुजरात के राष्ट्रीय उद्यान – वेलावदार राष्ट्रीय उद्यान (कृष्णमृगों के लिये प्रसिद्ध), वंस्दा राष्ट्रीय उद्यान, कठियावाड़ की पहाड़ियों में गिर राष्ट्रीय उद्यान |
24. गुजरात का राज्य-पुष्प – गेंदा (टेगॅट्स/गेलगोटा) |
25. गुजरात का राज्य-वृक्ष – बरगद (राज्य स्थापना व राज्य-वृक्ष के बारे में अधिक प्रामाणिकता के लिये गुजरात शासन से स्पष्टीकरण आवश्यक है)
26. गुजरात का राज्य-पक्षी – बड़ा फ़्लेमिंगो |
27. राज्य-पशु – एशियाई सिंह |
28. गुजरात में कृषि – गुजरात राज्य कपास व मूँगफली की खेती में देश के अग्रणी राज्यों में है, राज्य कपड़ा, तैल व साबुन उद्योगों के लिये कच्चा माल उपलब्ध कराता है एवं अन्य नगदी फसलों में ईसबगोल, धान, गेहूँ व बाजरा प्रमुख हैं।
29. गुजरात के उद्योग – रसायन, पेट्रो-रसायन, उर्वरक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स। भारत में दूध के सर्वाधिक उत्पादन वाले राज्यों में उत्तरप्रदेश के साथ गुजरात का नाम आता है, एशिया की सबसे बड़ी दुग्ध-सहकारिता आणन्द में है।
सूरत जिला ज़री के काम एवं हीरे की कटाई व पालिश के लिये प्रसिद्ध है तथा भारतीय महामरुस्थल थार में स्थित ‘कच्छ का रण’ विश्व में सबसे बड़े लवण-मरुस्थलों में से एक कहा जाता है। विश्व के लगभग आधे जहाजों का पुनर्चक्रण गुजरात में किया जाता है।
30. गुजरात की औद्योगिक नगरियाँ – अहमदाबाद, वडोदरा (बड़ौदा), सूरत, राजकोट, कच्छ, वापी।
31. गुजरात का पशुधन – गीर गाय, सुरती भैंस, पाटनवाड़ी भेड़, कच्छी बकरियाँ |
32. गुजरात की समस्याएँ – पेयजल की कमी, आदिवासियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति ठीक नहीं, भूकम्प, मरुस्थलीकरण |
33. गुजरात का प्रदूषण-स्तर – कचरा-निपटान में गुजरात की स्थिति ख़राब है;, नदी-प्रदूषण इत्यादि।
34. गुजरात की साक्षरता-दर – लगभग 80 प्रतिशत |
35. गुजरात का शिल्प – जामनगर में पारम्परिक हस्त शिल्प बन्धनी अथवा भांडेज प्रसिद्ध है। कच्छ में सफेद मिट्टी के व सौराष्ट्र में मिट्टी के बर्तन |
36. गुजरात की सिंचाई एवं विद्युत् – राज्य में सतही जल एवं भूजल द्वारा सिंचाई की जाती है,; सिंचाई एवं बिजली-आपूर्ति के लिये सरदार सरोवर (नर्मदा) परियोजना प्रमुख है। जिस प्रकार सभी पंजाबी गाँव नगरों से सड़क से जुड़े हैं उसी प्रकार गुजरात के सभी 18000 गाँवों में बिजली है।
37. गुजरात में खनिज – ताँबा, मैंग्नीज़-अयस्क, फ़्लुओस्पार, केल्साइट, लिग्नाइट के साथ संगमरमर भी।
38. गुजरात का ऊर्जा-संसाधन – मुख्यत: कोयला एवं गैस |
39. गुजरात के पर्व – भाद्रपद के शुक्ल पक्ष में चतुर्थी, पंचमी व शष्ठी तिथियों में तरणेतरी गाँव में महादेव शिव के गुणगान के लिये तरणेतर मेला आयोजित किया जाता है। उत्तरी गुजरात के बनासकाँठा में माँ अँबा को समर्पित अँबाजी मेला आयोजित किया जाता है। गुजरात में मकर संक्रांति, नवरात्रि, कृष्ण-जन्माष्टमी इत्यादि को भी हर्षोल्लास से मनाया ही जाता है।
40. गुजरात भोज्य – खाण्डवी, लप्सी, बाफला, थेपला, खाखरा, ढोकला |
तो दोस्तों यह लेख था गुजरात का परिचय 40 बेहतरीन रोचक तथ्य – 40 Amazing Facts About Gujarat In Hindi, Gujarat Ka Parichay, Gujarat Par Rochak Tathay Article Hindi Me. यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो कमेंट करें। इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें ताकि उन्हें मोटिवेशन मिल सके।
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