हस्तमैथुन क्यों नहीं करना चाहिए ! 33 कारण Why Masturbation Is Bad Your Life In Hindi
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Why Masturbation Is Bad Your Life In Hindi
दोस्तों, आज हमारे युवाओं में हस्तमैथुन एक समस्या पैदा कर रहा है जो उनके इस Subject में कम ज्ञान और गलत आदतों का नतीजा होता है. यहाँ मैं हस्तमैथुन न करने के 33 कारणों सहित 6 प्रश्न – उत्तरों से बनी एक छोटी-सी प्रश्नोतरी एवं हस्तमैथुन से उबरने के 9 उपायों का वर्णन कर रहा हूँ। यहाँ पर बताई गयी हर बात वैज्ञानिक दृष्टिकोणों से Verify की गयी है.
लेकिन उन स्रोतों को यहाँ नहीं दर्शाया गया है ताकि आर्टिकल ज्यादा Deep न हो. यहाँ हम आपको ऐसी बाते बताएँगे जिससे आपके हस्तमैथुन से जुड़े सभी सवालों का जवाब मिल जायेगा. आप हमारे हस्तमैथुन से जुड़े सभी लेख यहाँ से पढ़ सकते है – हस्तमैथुन से जुडी सारी जानकारी
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हस्तमैथुन क्यों नहीं करना चाहिए ? (Hastmaithun Kyon Nahi Karna Chahiye)
हमें हस्तमैथुन क्यों नहीं करना चाहिए इसके बहुत सारे रीज़न है को हस्तमैथुन न करने का ठोस Reason बताते है तो चलिए जानते है की वह कौन से कारण है.
1. क्योंकि यह अप्राकृतिक है.
2. क्योंकि यह शारीरिक रूप से हानिप्रद है.
3. क्योंकि यह मानसिक रूप से अहितकर है.
4. क्योंकि यह सर्वथा अनैतिक कृत्य है.
5. क्योंकि यह पाशविकता से भी नीचे के राक्षसी स्तर का पतन है.
6. क्योंकि यह कोई सात्त्विक, पुण्यप्रद, शुभ अथवा पवित्र विचार अथवा कर्म नहीं है.
7. क्योंकि यह समय का नाश करता है.
8. क्योंकि यह ऊर्जा को व्यर्थ खपाता है एवं व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा को भंग कर देता है.
9. क्योंकि यह ध्यान को भटकाता है.
10. क्योंकि यह ब्रह्मचर्य का नाशक है.
11. क्योंकि यह आध्यात्मिक गिरावट का कारक है.
12. क्योंकि यह चरित्र-पतन में सहयोगी है.
13. क्योंकि यह आत्मा की पवित्रता को कलुषित कर देता है.
14. क्योंकि यह व्यक्ति के आभामण्डल को क्षीण करता है.
15. क्योंकि यह मन को मलिन कर देता है.
16. क्योंकि यह मृग-मरीचिका में उलझाता है.
17. क्योंकि यह अनेक अन्य पापों के भी लिये उकसाता है.
18. क्योंकि इसे करने वाले को अपना या जीवन साथी का शिश्न छोटा लगता है.
19. क्योंकि उत्तेजन क्षमता काफी होने (यदि हुई तो) के बावजूद शिश्न अपनी अधिकतम लम्बाई व आकार में न आ पायेगा.
20. क्योंकि सम्भोग की अवधि कम लगेगी अथवा वास्तव में कम होगी या पहले से अथवा बाद में ऐसी स्थिति आयेगी.
21. क्योंकि इससे कई ग़लत धारणाएँ या मान्यताएँ बनेंगी. भ्रामक अनुभव बढ़ेंगे.
22. क्योंकि इससे योनि में ढीलापन आ जायेगा
23. क्योंकि इससे शिश्न में टेढ़ापन आना सम्भव है
24. क्योंकि इससे गुप्तांग-संक्रमण इत्यादि आशंकाएँ बनी रहेंगी, विशेषतः शिश्न , वृषणकोष व स्तन का कैंसर/ट्यूमर, शिश्न का फ्ऱेक्चर, स्थायी नपुंसकता, पति अथवा पत्नी में बाँझपन.
25. क्योंकि इससे शिश्न मुण्ड की उत्तेजन शीलता कम हो जायेगी
26. क्योंकि इससे रक्तसंचार पहले जितना न बढ़ पायेगा
27. क्योंकि इससे वृषण कोष में गुणवत्ता पूर्ण शुक्राणु निर्माण में कमी होने लगेगी
28. क्योंकि इससे वीर्य की कमी अथवा पतलापन होगा
29. क्योंकि हस्मतैथुन करते रहे व्यक्ति का वीर्य पत्नी के भीतर दबाव से दूरी तक नहीं उचट पाता
30. क्योंकि हस्तमैथुन से यौन-असंतोष (स्वयं अथवा जीवनसाथी को) आ जाता है
31. क्योंकि इससे शिश्न या योनि में नैसर्गिक स्नेहन (चिकनाई) की कमी, खुरदुरापन, रूखापन आ जाता है
32. क्योंकि उतनी प्रसन्नता, तृप्ति, संतुष्टि नहीं जितनी कि इस कृत्य से दूर रहने पर होती
33. क्योंकि इससे कामेच्छा या कामोत्तेजना में कमी आयेगी अथवा पहले जितना उत्साह न रह जायेगा अथवा शिश्न पहले जितनी ऊँचाई तक न उठ पायेगा अथवा पर्याप्त कठोरता न आयेगी और उत्तेजन क्षमता क्षीण हो जायेगी. इससे कामोत्तेजना में कमी एवं इच्छा के बावजूद उत्तेजना न होना, उत्तेजना पहले जितनी जल्दी से न आ पाना, उत्तेजना बनी न रहना, स्खलन के बाद पुनः उत्तेजना में देर इत्यादि समस्याएँ रहेंगी.
हस्तमैथुन पर आपके प्रश्न : मेरे उत्तर
1. प्रश्न – हस्तमैथुन इतना ही हानिप्रद है तो अनेक पश्चिमी चिकित्सक व एलोपॅथिक फ़िज़िशियन्स इत्यादि इसे करने का समर्थन क्यों करते हैं ?
1. उत्तर : क्योंकि उन्हें लगता है कि हस्तमैथुन करने देने से व्यक्ति बलात्कार इत्यादि की ओर उतना आकर्षित नहीं होगा, उन्हें यह भी लगता है कि स्खलन होने से व्यक्ति का ध्यान सेक्स से हट जायेगा.
वैसे भी उनकी पढ़ाई भौतिकवादी परिवेश में हुई होती है जिससे जीवन के सच से उनका साक्षात्कार नहीं हुआ होता और वे नैतिकता से भी दूर रहते हैं एवं हानिकारक होने के बाद भी हस्तमैथुन जैसे बहुमत-पक्ष के विरुद्ध नहीं जाना चाहते।
हस्तमैथुन ऐसी समस्या है जिससे बहुत-सी शारीरिक व मानसिक समस्याएँ पनपती हैं जिनके सहारे कई चिकित्सकों व प्रयोगशालाओं सहित औषध-निर्माण केन्द्रों का व्यापार फल-फूल रहा है तो फिर चिकित्सा जगत् वाले Hastmaithun को हानिप्रद बताने से बचने का प्रयास करते हैं क्योंकि यदि हस्तमैथुन जैसी लैंगिक बुराइयाँ समाप्त हो गयीं तो बहुत सारे समूहों के व्यवसाय बन्द हो जायेंगे।
तथाकथित सेक्सुअल मेडिसिन, ड्रग, तैल, उपकरण व क्रियाएँ, उत्पाद वास्तव में अत्यधिक हानिप्रद होते हैं, ऐसा भी सम्भव है कि पहली बार प्रयोग करने से ही आपको दूसरी बार उसके बिना उत्तेजना ही न आये एवं फिर उसके प्रयोग से भी उत्तेजना न आये, और वैसे भी ये सब लत लगा देने वाले होते हैं।
2. प्रश्न – क्या हस्तमैथुन से अँधे हो जाते या बाल झड़ने लगते हैं अथवा सौ बूँद रक्त से एक बूँद वीर्य बनता है अथवा किसी जड़ी-बूटी से व्यक्ति ठीक हो जाता है ?
2. उत्तर : ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है।
3. प्रश्न – वीर्य तो चैबीसों घण्टे बारह मासी बनता रहता है तो उसे हस्तमैथुन से निकालने में क्या बुराई ?
3. उत्तर : यदि हाथ से न निकाला जाये तो शुक्र (वीर्य)-निर्माणकारी कोशिकाओं में उसका पुनरवषोषण (री-एब्साॅप्र्षन) हो जाता है जिससे इसके ढेरों पोषक तत्त्व शरीर से बाहर व्यर्थ जाने के बजाय शरीर को वापस मिल जाते हैं।
4. प्रश्न – हस्तमैथुन न किया तो वीर्य अपने आप स्खलित नहीं हो जायेगा ?
4. उत्तर : ब्ल्यूफ़िल्म, Hastmaithun इत्यादि छोड़ते समय व्यक्ति को ऐसा लग सकता है कि वीर्य अपने आप निकल रहा है, यदि शुरु में निकल भी रहा हो तो अधिक मत घबरायें, सब ठीक होने में समय लग सकता है.
वैसे भी पेट के बल सो जाने अथवा अन्य कामुक विचार करने, स्मार्टफ़ोन पर नान वेज या जोक्स इत्यादि से भी अवचेतन में बसी सेक्सुअलिटी से ऐसा सम्भव है. सबको छोड़ेंगे तो स्वतः स्खलन होने वाली बात भी हट जायेगी।
5. प्रश्न – हस्तमैथुन करने से पेनिस मजबूत बनता है ?
5. उत्तर : हस्तमैथुन – समर्थक अपनी बातों का समर्थन करवाने के लिये कहेंगे कि डार्विन के अंग-क्रमिक विकासवाद के अनुसार जो अंग कम उपयोग में आयेगा वह छोटा होते जायेगा व अधिक उपयोग में आने वाला अंग विकसित होता जायेगा।
इस प्रकार ये समर्थक मूर्ख वास्तविकता को समझना ही नहीं चाहते कि हस्तमैथुन से पेनिस की माँसपेशियों सहित नस-नाड़ियों में भी विकृति आने
लगती है तथा यह हस्तमैथुन न करने वाली अवस्था, स्थिति जितना स्वस्थ व उत्तेजनाशील भी नहीं रह जाता और नहीं हो सकता।
6. प्रश्न – किशोरावस्था व युवावस्था में पुरुष-सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरान हावी रहने से सेक्स, हस्तमैथुन की इच्छा स्वाभाविक है क्या ?
6. उत्तर : बिल्कुल नहीं ! हमारे ये आलेख भी पढ़ेंः ‘ सेक्स से 31 निश्चित हानियाँ, विवाह करें कि नहीं, नशो के प्रकार व इनसे कैसे बचें। इच्छाएँ दो प्रकार की होती हैं.
एक होती है मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति को प्रेरित करने वाली इच्छाएँ, जैसे कि भोजन-पान के लिये भूख-प्यास, ये स्वाभाविक इच्छाएँ हैं परन्तु अस्वाभाविक इच्छा कामेच्छा है क्योंकि यह कोई मूलभूत अथवा अन्य कोई जरूरत नहीं है, व्यक्ति यदि सेक्स के विचार मन से हटा देगा तो उसे इच्छा भी नहीं होगी क्योंकि कामेच्छा जान-बूझकर की जाती है, अपने आप नहीं होने लग जाती।
रही बात टेस्टोस्टेरान हार्मोन की तो इसे पुरुष-सेक्स हार्मोन बोलने का मतलब यह नहीं है कि यह पुरुषों में Sex को उकसाता है, वास्तव में यह हार्मोन प्रजाति के लिंग ( जेण्डर या सेक्स) को दर्शाता है, मादा की अपेक्षा नर में इसकी मात्रा अधिक होती है जिससे इसे नर-लिंग हार्मोन कहा गया.
यह पुरुषों में शारीरिक बल, भारी आवाज़ व दाढ़ी-मूँछ लाने में सहायक है; शारीरिक बल बन रहा हो तो उस अनुसार शारीरिक श्रम करना भी आवश्यक होता है.
खाली दिमाग शैतान का घर बनने में समय नहीं लगता क्योंकि व्यक्ति मोबाइल व कामुक विचारों में खोने लगता है; इसके बजाय यदि व्यक्ति चले-फिरे, पेड़-पौधे लगाये, पशु पाले, उसकी देख रेख करे तो उसका बल वहाँ लग जायेगा व मन सेक्स में खपने से बच जायेगा। पढ़ेंः ‘जीवन की सार्थकता के 41 मार्ग’।
हस्तमैथुन से उबरने के उपाय : (Hastmaithun Kaise Chhode)
1. Bluefilm, ओनलाइन मैसेन्जर्स, Nonvej Jokes, Adult 18+ कण्टेण्ट, चैटिंग ( ख़ासतौर पर विपरीत लिंगी से ), व्यर्थ की इंटर्नेट सर्चिंग, सर्फि़ंग, कामुक टॅक्स्ट, Videos, आडियो, चर्चा, कुसंग पर तत्काल छोड़ दे. पढ़ें : ओफ़लाइन सुखी जीवन के तरीके।
2. मेल-फ़िमेल के फ़िज़िक, ब्रा साइज़, लम्बाई इत्यादि निरर्थक बातों को सुनने-पढ़ने से दूर रहें व अपनी मानसिक ऊर्जा बचायें, जानकारी के नाम पर भी ऐसी किसी बात को ध्यान में न आने दें.
वैसे भी एक्सपर्ट हो अथवा अनुभव वाला व्यक्ति अथवा कोई प्रामाणिक लगने वाला सन्दर्भ स्रोत सब में लगभग ग़लत, अधूरी, काल्पनिक अथवा भ्रामक व पूर्वाग्रहोंभरी बातें भरी होती हैं।
3. शपथ-ग्रहण : ” मैं भगवान, धर्मग्रंथों, अपने माता-पिता इत्यादि समस्त प्रियजनों की शपथ ग्रहण करता हूँ कि Hastmaithun, Porn, विवाहपूर्व सम्बन्ध इत्यादि से सर्वथा दूर रहूँगा/रहूँगी.
विवाह के बाद भी जीवनसाथी के प्रति निष्ठावान् रहूँगा/रहूँगी. इसे मुद्रित व स्व हस्तलिखित रूप में दोहराकर अपने हस्ताक्षर करके फ़ोटो खींचकर भी अपने पास रख ले।
4. पेट के बल न सोयें।
5. जीन्स पेण्ट बिल्कुल न पहनें, लूज़ फ़िटिंग अथवा इलास्टिक जीन्स भी नहीं।
6. शिश्न पर दबाव पड़ने वाली हर स्थिति से बचकर चलें, कसे कपड़े (न आन्तरिक, न ही बाह्य ) न पहनें, गाड़ियों इत्यादि में सटकर या चिपक कर न बैठें, गोदी में बैग इत्यादि न रखें, पैण्ट के जेब में यदि कुछ रखने से शिश्न अथवा वृषण कोष पर थोड़ा भी दबाव पड़ सकता हो तो वहाँ कुछ न रखें अथवा जेब की जगह बदलवा लें.
Bike या साइकिल में भी बहुत आगे झुक के न बैठें व सीट आगे से उठी हुई हो तो ठीक करा लें. कुर्सी व सोफ़ासेट पर आपस में दोनों पैरों को एक के ऊपर एक करके न बैठें।
7. शिश्न को अनावश्यक स्पर्श करने से बचें, वृषणकोष को भी खुजलाने जैसा न करें, मूत्रोत्सर्ग के समय भी शीघ्र मूत्रत्याग करके हट जायें, उस ओर अधिक समय व ध्यान न लगायें, पैंण्ट की चैन खोलने व फिर अंतःवस्त्र के छिद्र से पेनिस बाहर निकालने में वह दबने व उत्तेजित होने की आशंका रहेगी.
अतः पैण्ट व अंतः वस्त्र नीचे खिसकाकर मूत्र त्याग करने की आदत बनायें ताकि शिश्न व वृषणकोष में लगने वाला समय, ध्यान, दबाव इत्यादि सब न्यूनतम हों।
मूत्रोत्सर्ग के बाद शिश्न की खाल को एक-दो बार पीछे खींचने की आदत जिनमें हो वे इस आदत को मिटायें। मूत्रोत्सर्ग अथवा स्नान जब भी शिश्न को स्पर्श करना बहुत जरूरी हो तो हल्के हाथ से स्पर्श करें एवं वह भी कम अवधि के लिये। कई लोगों की आदत होती है कि वे अपना शिश्न बार-बार छूते अथवा खुजलाते हैं अथवा थोड़ी-थोड़ी देर में पकड़कर जाने क्या चेक करते हैं.
यदि आप भी इन व्यक्तियों में गिने जाते हों तो अपने आस-पास के व्यक्तियों से कहें- ” यदि मैं ऐसा करूँ तो मुझे टोक देना ” एवं ऐसी अजीब आदत छुड़वाने में आप दूसरों की भी विनम्र सहायता कर सकते हैं, उन्हें भी सुधरकर अच्छा लगेगा।
8. जैसे ही कोई कामविचार आये तुरंत उस परिस्थिति से हट जायें, कहीं आसपास ही घूमने निकल जायें, यदि ऐसा लगे कि हस्तमैथुन का मन बहुत हो सकता है तो किसी से किसी अन्य विषय में बातचीत में लग जायें। मार्ग में कुत्ता अथवा सुअर लैंगिक सम्बन्धरत् दिख जाये तो उसे देखने व अपना दिमाग लड़ाने के बजाय अनदेखा कर दें।
9. सोते समय कोई काम विचार अथवा गैर-इरादतन रूप से उत्तेजना जैसी अनुभूति हो तो अपने नीचे के कपड़ों को ( केवल कपड़ों को, अंग को नहीं ) खींचकर ढीला कर लें अथवा स्वयं को चिऊँटी खोलें अथवा किसी को कहें कि वह आपको चिऊँटी काटे अथवा टार्च के सेल से स्वयं को करण्ट लगायें.
पिन इत्यादि कोई पैनी या नुकीली चीज़ स्वयं को हल्की-सी चुभाकर मन को डरायें या मन को कहीं और ले जाने के लिये माचिस की तीली जलाकर उसे तब तक हाथ में पकड़े रहें जब हाथ एकदम हल्का-सा न जल गया हो .
मिर्च का टुकड़ा चबा लें अथवा शिश्न मुख पर जलन लाने के लिये ज़रा-सा Mirch Powder छिड़क लें जो आपको अपने आपको दण्डित करने जैसा लाभ पहुँचायेगा व उत्तेजना को शान्त करेगा एवं ध्यान किसी और दिशा में लगा लें तथा शपथ दोहरायें.
रस्सी कूदने जैसा कोई ऐसा शारीरिक श्रम करके आयें जिससे आप शीघ्र ही काफ़ी थक जायेंगे एवं आपका ध्यान कामेच्छा से हट जायेगा एवं तेजी से नींद आयेगी।
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nahi koi problem nahi hoga
12 sal se kar raha hu ab meri umer 18 sal hai me age chod du to koi problem to nahi hogi
nahi hogi
6 sal hastmaithun karne ke bad agar ise chod de to koi proalem to nahi hogi
nahi hoga..
Sir jaise abhi se yahi lat chod de tab se jab sexual life koi prblm nhi hoga na sir.
Thank you so much sir iss lat se chutkara pana bahut muskil lgta h but apki post padhkar ab ise chodne k liye determine kr liya hu
Thanks so much