पशुपालन पर निबंध हिंदी में | Animal Husbandry Essay In Hindi
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पशुपालन का अर्थ
पशुपालन का अर्थ है.. किसी पशु या जानवर को अपनी सुविधा के लिए पालना। पशुओ को पालने की प्रथा काफी पुराने समय से चली आ रही है। अलग अलग व्यक्ति भिन्न-भिन्न उद्देश्यो की पूर्ति के लिए पशुपालन करते है। इसमें से एक उद्देश्य आजीविका को प्राप्त करना भी है। आज हम इस लेख में पशुपालन के बारें में सक्षिप्त जानकारी प्राप्त करेंगे।
पशुपालन के प्राचीन इतिहास के बारें में
जैसा कि हम पहले ही बता चुके है कि पशुपालन काफी पुरानी प्रथा या व्यवसाय है। ऐसा बताया जाता है कि पशुपालन की शुरुआत एक जंगली जानवर को पालतू बनाने से हुई थी। यह जानवर कुत्ते का जंगली पूर्वज था।
जिसके बाद यह कार्य चलता रहा। लोगो ने जल्द ही कुत्तो के बाद भेड़ तथा बकरीयों को पालना शुरु कर दिया था। हां अगर हम फसलो की बात करे तो सबसे प्राचीन फसलो में गैंहू तथा जौ का नाम आता है।
इसी प्रकार अगर विश्व के संबध में बात करे तो संयुक्त राज्य अमेरिका का पूर्वी भाग, दक्षिणी-पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटिना के पम्पास क्षेत्र, संपूर्ण यूरोप महाद्वीप न्यूजीलैंड तथा दक्षिणी अफ्रीका मिश्रित पशुपालन कृषि के लिए अग्रणी है।
पशुपालन कैसे करे ?
हाल ही में पशु पालन एक सफल व्यवसाय के रुप में उभर रहा है, यह कृषि व्यवसाय के अंतर्गत ही आता है। पशुपालन अंडा, दूध, चमड़ा, अच्छी फसल इत्यादी प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
जिन्हे बेचकर मानव पैसे कमाता है। पशुपालन को शुरु करने से पहले नीचे दी गई कुछ टिप्स को जरुर पढे। जो पशुपालन के लिए आवश्यक है –
- बेहतरीन पशु की नस्ल का चयन करे – सभी पशुओ के उत्पाद समान गुणवत्ता वाले नही होते है, अंत पशु को खरीदने से पहले अच्छी नस्ल का चयन करे।
- पशु के पौष्टिक आहार, पानी व साफ आवास की व्यवस्था करे – पशुओ का खान-पान पौष्टिक होना चाहिए। जिससे अधिक गुणवत्ता वाले उत्पाद प्राप्त होते है, इसके साथ अच्छे उत्पाद के लिए स्वच्छ आवास भी होना चाहिए।
- पशु की नियमित रुप से डॉक्टर द्वारा जांच कराई जाए तथा अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे – पशुपालन के लिए पशु का स्वास्थ्य काफी आवश्यक है, इसके लिए आप अपने पशु को समय – समय पर टींके लगाए तथा दवाई उपलब्ध कराए।
- पशु के सुस्त दिखाई देने पर उसकी डॉक्टर द्वारा जांच करानी चाहिए। इसके साथ अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे वरना आप पशुओ के रोग से संक्रमित हो सकते है।
- अच्छे लाभ की पुष्टि होने के बाद ही पशु को बेचे – अच्छी गुणवत्ता वाली नस्ल के पशुओ को बेचने के लिए सही समय व मुनाफे का इंतजार करना चाहिए। जिससे अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते है।
- उत्पाद में मिलावट करने से बचे – दूध इत्यादि उत्पादो मे मिलावट ना करे इससे व्यवसाय में हानि हो सकती है।
- पशुपालन के लिए सरकारी योजनाओ के बारें में जाने तथा उनका लाभ ले – सरकार द्वारा किसान हेल्प जैसी अनेक किसान उद्धार के लिए योजना चलाई जा रही है, आप उनका लाभ मुफ्त में उठा सकते है। किसान हेल्प लाइन नं. है.. 1551 या 1800-180-1551
पशुपालन का महत्व
पशुपालन का हर क्षैत्र अपना अलग ही महत्व है। हम यह कह सकते है कि पशुपालन मानव जीवन के लिए बहुमुल्य संसाधन है, जिससे हमें विभिन्न सुख सुविधा प्राप्त होती है।
पशुपालन का भारत की अर्थव्यवस्था में महत्व
पशुपालन कृषि के माध्यम से भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। आपको आश्चर्य होगा कि कृषि योग्य भूमि के 11.29% पर पशुपालन का काम किया जाता है। भारत देश में सबसे अधिक पशुपालन किया जा रहा है।
इससे बड़ी बात यह है कि 2012 की पशु गणना के अनुसार भारत में 1990 करोड़ मवेशी है। 1998 में भारत दूध के उत्पादन के दृष्टि से विश्व का प्रथम देश बन गया था। जिसमें पजांब अग्रणी है।
मानव जीवन में पशुपालन का महत्व
पशुओ के उत्पाद मानवो के लिए काफी लाभकारी है। यहां तक की इनका मृत शरीर भी मानवो के लिए उपयोगी रहता है। उदा. दूध यह पशुओ से प्राप्त होता है, जो हड्डियो को मजबूती देता है, गोबर गोबर गैसे बनाने में, घी शरीर को सेहत के साथ प्राणवायु प्रदान करता है। यह ओजोन परत को बनाए रखता है।
पशुपालन का कृषि में महत्व
पशुपालन कृषि के प्रत्येक काम के लिए काफी महत्वपूर्ण है। जिनका सीमित शब्दो में वर्णन करना संभव नही है, फिर भी हम ज्यादा से ज्यादा इसके महत्व को जानने का प्रयास करेंगे-
1. मधुमक्खी – मधुमक्खी का कार्य उसके आकार से काफी अधिक है। इसका अस्तित्व न होने पर फसलो की महत्वपूर्ण प्रक्रिया “परागण” बाधित हो जाती थी । इसके अलावा मक्खी से प्राप्त होने वाला शहद जो मानव के लिए काफी उपयोगी है।
2. भेड़, बकरी तथा गाय – यह दूध उत्पादन करती है, जो मानव के लिए काफी गुणवत्तापूर्ण होता है।
3. बैल – ये पशु खेतो में खेत जोतने, सामान उठाने में महत्वपूर्ण योगदान देते है। इसके बिना खेत को जोतना काफी कठिन कार्य बन जाता है।
पशुपालन के लाभ
पशुपालन अपने आप में काफी लाभकारी साबित होता है। इसके लाभ को हम निम्न बिंदुओ के अंतर्गत समझ सकते है –
पशुपालन से अमूल्यो उत्पादो का प्राप्त होना
पशुपालन के फलस्वरुप हमें कई सारे उत्पाद प्राप्त होते है, जो मानव के शरीर तथा वातावरण के लिए काफी लाभकारी होते है, जैसे दूध, घी इत्यादि। इसके अतिरिक्त इसके उत्पाद चिकित्सा विज्ञान के लिए भी काफी लाभकारी होते है, इनके कई उत्पादो से रोगो से लड़ने के लिए दवाईयां तक बनाई जाती है।
- पशुपालन से किसानो के लाभकारी – विभिन्न पशु किसानो के लिए लाभकारी होते है, जो किसान की भार उठाने तथा खेत को जोतने में सहायता करती है।
- आजीविका प्रदान करना – पशुपालन के माध्यम से कई लोगो ने कमाई का साधन बनाया है। ये लोगो को रोजगार भी प्रदान करते है।
- वातावरण के लिए लाभकारी – ये वातावरण के लिए काफी लाभकारी होते है, ये वातावरण को स्वच्छ बनाए रखते है, इसके अलावा ये पृथ्वी की ओजोन परत की रक्षा करता है। ऑक्सीजन का निर्माण करता है।
- भूमि की उर्वरता बढाना – गाय, भेड़, बकरी इत्यादि पशुओ के अपशिष्टो भूमि के लिए लाभकारी होते है, जो भूमि की उर्वरता को बढाते है।
- इसी प्रकार इनके मृत शरीर का इस्तेमाल चमड़े की जूतिया बनाने में किया जाता है।
तो दोस्तों.. उम्मीद करते है की आपको पशुपालन क्या है और पशुपालन पर निबंध के बारे में कुछ सीखने को जरुर मिला होगा. आपको पशुपालन पर निबंध हिंदी में | Animal Husbandry Essay In Hindi ये आर्टिकल कैसा लगा हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करता है.
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