शादी लव मैरिज करनी चाहिए या अरैंज मैरिज ? Love Marriage Vs Arrange Marriage Comparison In Hindi
लव मैरिज बढ़िया है या अरैंज मैरिज ? Love Marriage Vs Arrange Marriage Comparison In Hindi
लव मैरिज बढ़िया है या अरैंज मैरिज ? वास्तव में यह सवाल सदियों से सभी अविवाहितों द्वारा स्वयं से पूछा जाता रहा है किन्तु जवाब कोई खोज न पाया. यह सब्जेक्ट इसलिए भी ख़ास है क्योंकि हम बचपन से ही यह सुनते आ रहे है की लव मैरिज अरेंज मैरिज से बढ़िया है .
वही कुछ लोग Arrange Marrige को बढ़िया मानते है. हर व्यक्ति के अपने अपने तर्क होते है. चलिए इस आर्टिकल में इस बार इसी गूढ़ पहेली की सटीक खोजबीन करने निकलते हैं।
Love Marriage Vs Arrange Marriage Comparison In Hindi
1. सबसे पहले असल प्रेम को समझते हैं :
हमें कभी भी शारीरिक आकर्षण को प्यार नहीं मान लेना चाहिए और न ही यौन आकर्षण को भी स्वाभाविक मानें। वैसे भी जहाँ ‘कामवासना’ होती है वहाँ पर प्रेम का नामोनिशान नहीं हो सकता। इसमें सिर्फ शरीर की भूख ही होती है और जब यह पूरी हो जाती है तब आपका यह प्यार भी खत्म हो जाता है. जरुर पढ़े : सेक्स से 31 बड़ी हानियाँ
पहली नज़र में प्यार (Love At First Site) भी तो वास्तव में एक मिथ्या आकर्षण ही है, अधूरी या कम जानकारियों में आजीवन साथ रहने का निर्णय कैसे सही हो सकता है ? ध्यान रहे Love At First Site वही चीज है जैसे बाद में Black शुरु में White.
आकर्षण या मोह को प्रेम समझने की भारी भूल भूलकर भी कभी न करना। यह आकर्षण आपके अंदर काम भावना को बनाता है जबकि प्रेम व्यक्ति का चारित्रिक उत्थान करता है।
2. व्यक्ति का पैसा :
कई बार ऐसा होता है की अक्सर लड़का या लडकी एक दुसरे का अधिक पैसा देखकर उसकी तरफ खींचे चले जाता है. पैसा आज के ज़माने में बहुत जरूरी चीज है जिससे आप अपने शौक और अपनी लाइफ को मजे के साथ जी सकते हो. इसलिए दुसरे व्यक्ति के अमीरी को देखकर कही आप उसकी तरफ खींचे तो नहीं जा रहे.
अगर ऐसा है तो यह आपको future में काफी दिक्कत दे सकता है. Present में तो आप पैसे के कारण व्यक्ति की तरफ खींचे चले जाते है लेकिन अगर सामने वाला संस्कारित न हुआ तो आपकी ज़िन्दगी बर्बाद भी हो सकती है जो आपको पूरी ज़िन्दगी जिल्लत दे सकता है.
3. समाज में नाम या शौहरत :
सामने वाले इन्सान की सामाजिक प्रतिष्ठा, उसका बड़ा पद या समाज में उसकी शौहरत आपको प्रभावित तो नहीं कर रहीं ? इसमें कोई दौहराई नहीं है की अक्सर कई बार लोग सामने वाले इन्सान की सामाजिक प्रतिष्ठा या पद को देखकर लालच में आ जाते है और किसी रिश्ते में बंध जाते है. यह रिश्ता उस इन्सान से नहीं बल्कि उस प्रतिष्ठा और पद से होता है.
समाज में इज्जत या बड़ा पद होने की कोई गारंटी नहीं की आपको सुखी जीवन साथी ही मिल जाए बल्कि असल प्रेम तो व्यक्ति के आपके साथ मधुर रिश्तो से ही पता लगेगा. इसलिए इस चीज का भी ख्याल रखे.
4. व्यक्ति की कोई आदत अच्छी लगना :
किसी एक बात अथवा ऊपरी किसी लक्षण अथवा कुछ बातों के आधार पर लगाव अथवा खिंचाव अथवा मोह को प्रेम मत कह देना। यह स्वभाविक है की हम किसी इन्सान से मिलते है और उसकी कोई आदत या गुण हमें पसंद आ जाता है.
5. सच्चे प्रेम का अहसास न होना :
सच्चे प्रेम की परख सम्भव है किन्तु उतनी भी आसान नहीं, सच्चा प्रेम करने वाला व्यक्ति आपके नपुंसक, बाँझ, असाध्यरोगी, निर्धन इत्यादि निकलने पर भी प्रेम के विषय में अप्रभावित ही रहेगा। उसे आपके बाहरी रंगरूप की चाह अथवा समाज तक का भय न होगा।
6. धोखे को प्रेम न समझे :
जो व्यक्ति अपनी जन्मदात्री माँ, अपने पालक पिता के स्नेह को ठुकराकर आपके पास आने की बात करता है वह ‘प्रेम’ के अर्थ को भला कैसे समझ सकता है ? वह आपका क्या साथ निभायेगा ? ऐसा इन्सान जो अपने माँ – बाप का न हुआ आपका कैसे हो सकता है.
अरैन्ज व लव मैरिज के फायदे और नुकसान की तुलना
अरैन्ज व लव मैरिज के फायदे और नुक्सान का तुलनात्मक विवरण ( हर मामले में निम्नांकित हर अन्तर लागू हो ऐसा Necessary नहीं किन्तु सर्वसाधारण रूप से पढ़ें व समझने का प्रयास करें.
1. फायदा या नुकसान का विषय – समाज और आपकी रिश्तेदारी
लव मैरिज में : लव मैरिज में सबसे कटाव
अरैन्ज मैरिज में : अरैन्ज मैरिज में सबसे जुड़ाव
2. फायदा या नुकसान का विषय – पैसा, आर्थिक व अन्य सहारे
लव मैरिज में : लव मैरिज में कोई सहारा किसी से भी नहीं
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में सबसे हर प्रकार का सहारा
3. फायदा या नुकसान का विषय – रिश्ता टूटने पर
लव मैरिज में : लवमैरिज में कहीं कोई नहीं, बिल्कुल अकेले
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में सब साथ
4. फायदा या नुकसान का विषय – कोई निर्णय
लव मैरिज में : लवमैरिज में तात्कालिकताओं पर निर्भर अथवा साथ रहने से पनपे आकर्षण पर आधारित व अकेले का निर्णय तथा अदूरदर्शी
अरैन्ज मैरिज में : अरैन्ज मैरिज में दूर भविष्य हेतु सोचा-समझा निर्णय एवं बड़े-बुज़ुर्गों के दशको पुराने अनुभव से समृद्ध
5. फायदा या नुकसान का विषय – जातिवाद
लव मैरिज में : लवमैरिज में शायद बेसअर
अरैन्ज मैरिज में : अरैन्ज मैरिज में हावी
6. फायदा या नुकसान का विषय – वासना या रोमांस
लव मैरिज में : लवमैरिज में अधिक
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में कम
7. फायदा या नुकसान का विषय – रिश्ते का टिका रहना
लव मैरिज में : लव मैरिज में कम
अरैन्ज मैरिज में : अरैन्ज मैरिज में अधिक
8. फायदा या नुकसान का विषय – आपसी तालमेल
लव मैरिज में : लवमैरिज में अहं व स्वार्थ हावी
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में सबको साथ लेकर चलने की सम्भावना
9. फायदा या नुकसान का विषय – मानसिक स्थिरता
लव मैरिज में : लवमैरिज में बहुत कम
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में बहुत अधिक
10. फायदा या नुकसान का विषय – मानसिक स्वास्थ्य
लव मैरिज में : लव मैरिज में अकेलापन, बोरियत, अवसाद
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में संयुक्त होने का भाव, एकता व कोई चिंता नहीं
11. फायदा या नुकसान का विषय – बाद में पछतावा
लव मैरिज में : लवमैरिज में अधिक व जल्दी ही
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में बहुत कम
12. फायदा या नुकसान का विषय – विवाह के बाद की समझ
लव मैरिज में : लव मैरिज में प्रायः तुलनात्मक रूप से अधिक
अरैन्ज मैरिज में : अरैन्ज मैरिज में तुलनात्मक रूप से कम तथा एक और बात ध्यान रहे कि Love Marrige में दाम्पत्य समझ समय के साथ घटती व अरैन्ज मैरिज में बढ़ती जाती है।
13. फायदा या नुकसान का विषय – दाम्पत्य सुख
लव मैरिज में : लव मैरिज में प्रायः कुछ सप्ताहों का मेहमान
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में प्रायः कुछ महीनों का मेहमान
14. फायदा या नुकसान का विषय – दहेज इत्यादि कुप्रथाएँ
लव मैरिज में : लव मैरिज में बिलकुल भी नहीं
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में बहुत आशंकाएं
15. फायदा या नुकसान का विषय – सम्बन्धों का स्तर
लव मैरिज में : लवमैरिज में मुख्यतः स्त्री-पुरुष तक सीमित
अरैन्ज मैरिज में : अरैंजमैरिज में दो परिवारों व कुटुम्बों इत्यादि तक विस्तारित
16. फायदा या नुकसान का विषय – विवाद-सुलह
लव मैरिज में : लव मैरिज में मात्र दो व्यक्ति होने से सीमित सम्भावना
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में अधिक व्यक्ति होने से मध्यस्थताएँ भी अधिक
17. फायदा या नुकसान का विषय – वैधानिक जटिलताएँ
लव मैरिज में : Love Marrige के बाद यदि जीवनसाथी का मूड बदला या उसके परिजनों ने आपके विरुद्ध वैधानिक उलझनें पैदा कीं तो आपका बचना बहुत कठिन हो सकता है, निर्दोष साबित होने की दिशा में साक्ष्य जुटाने भी मुश्किल भरे हो सकते हैं
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में काफ़ी कम जटिलताएँ एवं सुलझाने वाले बहुत
18. फायदा या नुकसान का विषय – विवाहेतर सम्बन्ध
लव मैरिज में : लव मैरिज में आशंका कुछ कम
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में तुलनात्मक रूप से अधिक आशंका (वैसे यह आशंका दोनों में अत्यधिक रह सकती है क्योंकि लव मैरिज में व्यक्ति बोरियत का बहाना व अरैंज मैरिज में एक-दूसरे से इच्छाएँ पूर्ति न होने को बहाना बनाकर बाहर ताँक झाँक करता है.
19. फायदा या नुकसान का विषय – पारिवारिक टूटन
लव मैरिज में : लवमैरिज में जीवन साथी एकल परिवार की ओर अथवा पारिवारिक दरार को और कुप्रेरित कर सकता है
अरैन्ज मैरिज में : अरैंज मैरिज में इसकी आशंका काफ़ी कम
20. फायदा या नुकसान का विषय – एक-दूसरे से विवाहपूर्व यौन सम्बन्ध रूपी अनैतिकता की आशंका
लव मैरिज में : लव मैरिज में अत्यधिक
अरैन्ज मैरिज में : जबकि अरैंज मैरिज में बहुत कम
अरैन्ज या लव मैरिज में इन दोनों में ही एक-दूसरे के अतीत या भविष्य का पर्याप्त विश्लेषण नहीं किया जाता. अतीत छुपाकर छलने की गुंजाइश दोनों मामलों में ही रहती है। इसे समझने के लिए आपको यह आर्टिकल आपको जरुर पढना चाहिए : विवाह पूर्व काउंसलिंग क्यों करनी चाहिए और इसके लाभ
वास्तव में किसी भी प्रकार के विवाह को ‘लव मैरिज’ या ‘अरैन्ज मैरिज’ नहीं कहा जा सकता. जिनको विवाह करना है वे सब अपनी-अपनी कई धारणाओं में बँधकर विवाह कर डालते हैं, बस बात इतनी है। वास्तव में विवाह व्यक्ति के जीवन का Purpose नहीं होता बल्कि मानव-जीवन का मूल्य तो सार्थकता में है।
वैसे अगर आप मेरी राय जानना चाहते है तो मैं तो यही कहूँगा की अगर आप किसी से प्यार करते है और आप शादी करना चाहते है तो आप दोनों की शादी अगर दोनों परिवारों की आपसी सहमती से होती है तो यह शादी सबसे बेस्ट शादी होगी क्योंकि इसमें आपके लव मैरिज वाली प्यार की खुशबू भी होगी और अरैन्ज मैरिज वाला सुख भी.
तो दोस्तों यह लेख था शादी लव मैरिज करनी चाहिए या अरैंज मैरिज – Love Marriage Vs Arrange Marriage Comparison In Hindi, Love Marrige Shaadi Kare Ya Arrange Marrige Hindi Me. यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो कमेंट करें। अपने दोस्तों और साथियों में भी शेयर करें।
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Divesh biloniya says
Aacche sw samjha diya hai aacha likha hai
Devendra yadav says
न करूँ तो अच्छा होगा
Gaurav budhani says
Ok love marriage