आंख में आंसू भर-भर आये, सावन में - Aankh Me Aansu Bhar Aaye Sawan me Hindi Kavita वो हमको ऐसा बिसराये, सावन में आंख में आंसू भर-भर आये, सावन में - बिजली चमके बादल गरजे, डर जाऊ रिमझिम मन में प्यास जगाये, सावन में - खिलते फूल महकती कलियां, न भायें पुरवा बैरन आग लगाये , सावन में - इतना हरजाई निकलेगा, सनम मेरा इश्क किया करके पछताये, सावन में - पिछले खत पढ-पढ के ये दिल, रोता है अब विरहन से सहा न जाये, सावन में - क्या लेना दुनिया से … [Read more...]