पापा मैं क्यों बड़ी हो गई हूँ Fathers Special Poetry In Hindi पापा ......... मैं क्यों बड़ी हो गई हूं ???????? चलते चलते कहीं गिर ना जाऊं कहीं गुम ना जाऊं नन्हीं उंगलियों को थाम लेते थे आज खुद ही अपने हाथों को टेक कर खड़ी हो जाती … [Read more...]
एक किसान का सपना
एक किसान का सपना Ek Kisaan Ka Sapna Hindi Kavita मेरा बेटा पढ़ेगा वह भी आगे बढ़ेगा नाम रौशन करेगा सफलता की सीढ़ी चढ़ेगा. - मैं किसान हूं लेकिन बेटे को अफसर बनाउँगा, खेतों से मुंह मोड़ कर इसे दफतर दिखाऊँगा. - करना पड़े तो भी कर … [Read more...]
बचपन पर हिंदी कविता
बचपन पर हिंदी कविता Bachpan Par Kavita दोस्तों, चाहे आपका बचपन हो या फिर हमारा.. हर किसी को अपने बचपन की यादें जरुर आती है और हर कोई चाहता है की वह एक बार फिर से अपने बचपन के पलों को दोबारा जी सके. पर ऐसा होना संभव तो नहीं लेकिन हम छोटे … [Read more...]
कुछ करके के दिखाओ मोटिवेशनल हिंदी कविता
Kuchh Kar Ke Dikhao Hindi Poem कुछ करके के दिखाओ मोटिवेशनल हिंदी कविता क्या आप अभी अपनी लाइफ में कुछ ऐसा कर रहे है जो आपकी लाइफ में या इस दुनिया को Contribute कर रहा हो. इस दुनिया में 80% लोग जन्म लेते है और अपने कर्म करते हुए इस दुनिया से … [Read more...]