हौसलों के पंख हिन्दी कविता ! Hauslon Ke Pankh Poem In Hindi हौसलों के पंख लगाकर, लगाओ गोते आसमान की सुनो अपने अंदर की आवाज, न कि दुनिया-जहान की. सुनो अपने अंदर की आवाज, न कि दुनिया-जहान की. - ईंट-ईंट जोड़ने से ही बन जाता है बहुमंजिला भवन, बूंद-बूंद से सागर भरता और पत्ता-पत्ता हिलने से तेज होती पवन. मन में तुम जो भी ठान लो करके रहना है ऐसा ही मान लो. सच्चे मन से काम करने पर कृपा होती है … [Read more...]
रूको नहीं बढे चलो – A Hindi Poem By Anjana Anjan
रूको नहीं बढे चलो हिंदी कविता - Do Not Wait Grow Up Poem In Hindi अग्रसर हो राही पथ पर बढे चलो बढे चलो रूको नहीं डटे रहो रूकावटें हजार हों समय की प्रहार हो प्रचंड वेग प्रलाप हो रोग हो संताप हो तू खण्ड कर प्रचंड को हर उस संताप को जो रोकती है राह को रुको नहीं डटे रहो बढे चलो बढे चलो तुझमें वह शक्ति है जो कि तेरी भक्ति है दूर नहीं भगवान है पिता वो, तू, पुत्र इंसान है हाथ थाम भगवान … [Read more...]