Khyalat Par Hindi Kavita - ख्यालात पर हिन्दी कविता सोचता हर ख़ुशी हासिल करूँ सबके दर्द दूर करूं बेरंग ज़िन्दगी में रंग भर लूँ वतन के लिए जी लूँ मर लूँ - असंभव है मुश्किलों से हार मान लूँ अपनों को साथ लेकर चलूँ सात समन्दर की सैर करूँ कुरीतियों को तोड़ दूँ - समाज को नई सभ्यता से जोड़ दूँ टूटे दिलो को जोड़ दूँ अंधकार का प्रकाश मोड़ दूँ अपना हर फर्ज अदा करूं हर ख़ुशी हासिल करूँ – Hitesh … [Read more...]