कल वो न जाने कहां होगी Kal Wo Na Jane Kaha Hogi Hindi Kavita कल वो न जाने कहां होगी ? किस की दुनिया में खो जाएगी जिसके वजह से आज मेरा सवेरा होता है जिसके होने से मुझे खुद से प्यार हो गया है - कल वो न जाने कहां होगी? किस आँगन की शोभा बढ़ा रही होगी? सच कहूं मुझे कल तक अपने आप का अंदाजा न था लेकिन जब से मुझे वो दिखाई दी.. मैं अपने आप की तरजीही जान गया हूँ - कल न जाने वो कहां होगी? किस … [Read more...]