Khyalat Par Hindi Kavita - ख्यालात पर हिन्दी कविता सोचता हर ख़ुशी हासिल करूँ सबके दर्द दूर करूं बेरंग ज़िन्दगी में रंग भर लूँ वतन के लिए जी लूँ मर लूँ - असंभव है मुश्किलों से हार मान लूँ अपनों को साथ लेकर चलूँ सात समन्दर की सैर करूँ कुरीतियों को तोड़ दूँ - समाज को नई … [Read more...]