हमारी पलटन चली - Dedicated To Indian Army ! Hamari Platoon Chali Dushman Maar Giraane - Hindi Poem By Raj Kumar Yadav हमारी पलटन चली आसमान को ओढ़कर हमारी पलटन चली पर्वत को तोड़कर लिए संकल्प है कोई विकल्प न छोड़ेंगे जान जाएगी मगर संकल्प न तोड़ेंगे. - सरहद के दुश्मन को लाँघने न देंगे अपनी सरजमीं की हिफाजत करेंगे चल दिए एक बार जो कदम रुक नहीं सकते सर हमारे कट सकते है मगर झुक नहीं सकते - चाहे … [Read more...]