मैं खुल के जी रहा हूँ I am Living Open Poem In Hindi पूछते हो जानकर क्यों ये गरल मै पी रहा हूँ इस तरह की जिन्दगी को क्यों भला मैं जी रहा हूँ जानते हो क्या मिलेगा इस तरह की सादगी में क्या कभी गुलशन खिलेगें इन विरानी वादगी में. - जानते हो जिन्दगी एक जंग है मैं जी रहा … [Read more...]