Mera Bachpan ka Dost Hindi Poem मेरा बचपन का दोस्त ! हिन्दी कविता (बृजमोहन स्वामी "बैरागी") ———————— आत्महत्या के कई ख्याल, मेरे दिमाग में आते हैं उस तरह जैसे बच्चों को अपने खिलौनों के आते है। खुद को बौना महसूस करता हूँ हर उस सेकण्ड जब भी जीवन-मृत्यु के चक्र के बीच देखता हूँ इतिहास में मरे हुए लोग। बना रहा था एक चित्र, मोनालिसा की बहन का/और मेरी होने … [Read more...]