कूटनीति कैसे सीखे ? Kutniti Kaise Kare
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आज इस लेख में आप जानेंगे कि कूटनीति क्या होती है व इसे सीखने के बाद किस तरह अपने कार्य का निर्माण कर सकते है तो आज हम आपको कूटनीति के कुछ तथ्यों से वाकिफ करने जा रहे है।
तो दोस्तों कूटनीति एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा आप विरोधी पक्ष से अपनी बात मनवा सकते हो व कोई भी योजना उनके सामने वाले के सामने उसे मनवाने की ताकत रखते हो। जैसे राजनीति में अक्सर कूटनीति का सहारा लिया जाता है व अपनी सूझ बूझ से अपनी योजनाओं का निर्माण करते है।
ऐसे ही आपने कभी चाणक्य के बारे में ज़रूर पढ़ा होगा जिन्हे भारत की राजनीति में कूटनीति के गुरु के रूप में खूब प्रसिद्धि मिली यही नहीं उन्हें कूटनीति के पिता के रूप में भी जाना जाता है। भारत के कूटनीति जनक चाणक्य के रूप में चार सिद्धांत का प्रतिपादन किया जाता है – साम, दाम, दंड, भेद।
कूटनीति एक ऐसा रास्ता है जिसके चलते कोई भी व्यक्ति अपनी किसी भी योजना को अंजाम दे सकता है। इसी के साथ कूटनीति के द्वारा अन्य देशो की राजनैतिक तरीको को भी प्रभावित किया जाता है और कई देश अपने अपने राजदूतों से अन्य देशो में क्या हो रहा है व उनकी सभी गतिविधियों पर अपना ध्यान केंद्र करके रखते है व उनकी नई नई नीतियों का पता लगाते है व उन्हें पता लगाने के बाद अपनी विदेश नीतियों का निर्माण करते है जिससे वे अपने देश के हितो के लिए कार्य करते है।
क्या होता है कूटनीति का उद्देश्य ?
कूटनीति एक ऐसी नीति है जिसे अपनाने से आप कोई कार्य आसानी से कर सकते हो चाहे वो आपके हित के लिए हो या आपके देश, समाज व राज्य के हित में हो। कूटनीति करने का उद्देश्य ही सामने वाले की चाल को समझकर अपने नीति को लागू करना होता है उसी के आधार पर आप अपने कार्य की पूर्ति के लिए निर्णय ले पाते है।
कूटनीति प्रत्येक क्षेत्र में लागू की जाती है जैसे आर्थिक, राजनैतिक व सामाजिक स्तर पर भी व देश विदेश में अपने निर्णयों को और मजबूत व प्रभावित किया जा सके ।
अब सवाल है की कूटनीति कैसे सीखी जाए ?
दोस्तों आपने सुना होगा नीति में नीति चाणक्य नीति सबसे अधिक जानी जाती है और आपने कई बार सुना होगा कि चाणक्य की नीति आज भी बहुत ही उपयोगी है और आपके कई कार्य क्षेत्र में सफल भूमिका भी निभाती है।
ठीक इसी तरह आपको अपने जीवन में चाणक्य नीति का पालन करना होता है ताकि आप भी अपने जीवन में सफलता की सीढिया चढ़ सके और देश – विदेश की कार्य प्रणाली के तहत अपने देश व राज्य के लिए सही समय पर सही निर्णय ले सके।
किन्तु ऐसा करने के लिए आपको कुछ नीति सीखनी होगी और अपने लक्ष्य को पाने के लिए आपको इन नीतियो का सहारा लेना होगा। कूटनीति सीखने के कुछ सफल प्रयास है जिन्हे फॉलो करके आप निश्चित रूप से अपने जीवन में सफलता की और अग्रसर होंगे।
जैसा की पहले भी इस आर्टिकल में बताया गया है कि आप कूटनीति के ज़रिये आर्थिक कूटनीति, वित्तीय कूटनीति व अन्य सामाजिक विषयो पर विजय प्राप्त कर सकते है। किन्तु इसके लिए आपके अपने अंदर केवल कुछ बदलाव लाने की ज़रूरत है जिसके साथ आपके काम आसान हो जाते है।
अनुशासन में रहे और अपना काम करते रहे (Stay Disciplined And Do Your Job) :
दोस्तों आपको पता होगा की अपना कोई भी काम करने के लिए हमें अनुशासन में रहने की आवश्यकता होती है और इसलिए आपको अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए और नीतियों को लागू करने के लिए अनुशासन में रहना होगा ताकि आप अपने सभी कार्य समय पर व पूरे नियम के साथ समाप्त कर सको।
समझदारी ही आपकी नीति है (Wisdom Is Your Policy)
कूटनीति एक ऐसा पैंतरा है जिसमे आपको हर तरफ से सक्षम होना पड़ता है, यदि आप किसी भी कार्य की योजना कर रहे है तो आपको सामने वाले की योजना को पहले उसके मन से निकलवाना होगा उसके बाद उसकी योजना को ध्यान में रखते हुए अपनी योजनाओं आगे बढ़ाये फिर चाहे वो राजनीतिक योजना या फिर वित्तीय योजना। आपको अपनी समझ से योजनाओं को बखूबी तैयार करना होगा।
सामने वाले दल को भयभीत करना भी आवश्यक है (Necessary To Intimidate The Front Party):
जब आप किसी भी विषय पर अपनी कूटनीति को प्रदर्शित करना चाहे है तो थोड़ा रूक जाए आपके मन में क्या चल रहा या क्या निर्णय लेने जा रहे है इसका पता सामने वाले दल को पता नहीं चलना चाहिए। कोशिश करे कि आप संयम से काम ले , सामने वाले पार्टी को अपने फैसले से थोड़ा भयभीत करे व आसानी से किसी के निर्णय से अपनी सहमति ना जताये।
अगर आप राज्य के हितो के लिए विचार कर रहे है तो अपनी कूटनीति का मुख़्य लक्षय राज्य के हितो के लिए ही रखना चाहिए और ऐसी कूटनीति बनाये की आर्थिक, व्यापारिक और सीमाओं की रक्षा करने में किस तरह से कूटनीति को लागू करना चाहिए।
एकजुट होकर मानसिकता को बदला जा सकता है (Togetherness Can Change The Mindset) :
कूटनीति को प्रभावी बनाने के लिए सबसे पहले ज़रूरत है अपनी मानसिकता को बदलना (Change Mindset) । ऐसे ही हमें आर्थिक, राजनैतिक व सामाजिक कार्य की रणनीति को समझने और समझाने के लिए एकजुट होकर निर्णय लेने की आवश्यकता होती है जिसके चलते आने वाले भविष्य में एक उच्चतम व्यवस्था कायम की जा सकती है।
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निष्कर्ष :
दोस्तों.. इस आर्टिकल में आपको बहुत कुछ जाने को मिलेगा और आपको एक बात खासतौर से समझ आएगी की अपनी बात मनवाने के लिए हमें कई बार किसी झगडे की या युद्ध की आवश्यकता नहीं होती.
बल्कि अपनी आपसी समझदारी और सब्र से हम अपनी कूटनीति का इस्तेमाल कर सकते है। कूटनीति ही वतर्मान समय का ताकतवर हथियार है जिसके द्वारा हम अपने बहुत से राजनैतिक, आर्थिक व अन्य कई सामाजिक कार्य को अंजाम दे सकते है।
तो दोस्तों ये हमारा आज का आर्टिकल कूटनीति कैसे सीखे ? Kutniti kaise kare उम्मीद करते है बाकि सभी आर्टिकल की तरह आपको हमारा ये भी आर्टिकल भी पसंद आएगा। हमारा उद्देश्य किसी देश विदेश की भावनाओं आहत करना नहीं है केवल लोगो तक जानकारी पहुँचाना है। जुड़े हमसे और अपनी राय Comment Box में शेयर करे। … धन्यवाद…
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