• Home
  • Hindi Stories
  • Hindi Quotes
  • Hindi Poems
  • Hindi Biography
  • Hindi Slogans

Nayichetana.com

Best Hindi motivational & Inspiration Site, nayichetana, nayichetana.com, nai chetna, nayi chetna,




  • Home
  • Best Hindi Stories
  • Youtube Videos
  • Health In Hindi
  • Self Improvment
  • Make Money
You are here: Home / Best Hindi Post / महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ

महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ

October 29, 2021 By Surendra Mahara Leave a Comment

महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi

Table of Contents

  • महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi
    • Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi
      • 1. महर्षि विश्वामित्र का जन्म
      • 2. ब्रह्मर्षि वशिष्ठ का आतिथ्य
      • 3. विश्वामित्र का शिवतप 
      • 4. वशिष्ठ से पुनर्पराजय 
      • 5. विश्वामित्र का पुनर्तप 
      • 6. मेनका एवं विश्वामित्र
      • 7. राजा त्रिषंकु को सदेह स्वर्ग प्राप्ति करायी
      • 8. श्रीराम के गुरु

Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi

राजर्षि से ब्रह्मर्षि बने विश्वामित्र ने सिद्ध कर दिखाया कि संध्योपासना व तपस्या के बल पर सब सम्भव किया जा सकता है तथा प्राणी को काम व क्रोध से अपनी शक्ति को बचाकर रखना चाहिए, अन्यथा जीवन की डगर और अधिक समय साध्य व कष्ट साध्य हो जाती है।

एक बार विश्वामित्र वशिष्ठ को मारने के लिये छुपकर आये तो उन्होंने अरुंधति-वशिष्ठ को एकान्त में संवाद करते सुन लिया जिसमें अरुंधति बोलीं – ” पूर्णिमा के चंद्र समान इतना निर्मल कठोर तप करने वाला विश्वामित्र के अतिरिक्त और कौन हो सकता है ! वशिष्ठ ने सहमति जतायी।

इस प्रकार अपने शत्रुमुख से अपनी प्रशंसा सुनकर विश्वामित्र का हृदय-परिवर्तन हो गया एवं इन्होंने सामने आकर क्षमा माँग ली एवं वशिष्ठ ने उन्हें ‘महर्षि’ कहकर पुकारा, इस प्रकार दोनों के मध्य बैरभाव का अन्त हुआ। विश्वामित्र के जीवन से जुड़ी आठ घटनाओं का विवरण इस रोचक आलेख में प्रस्तुत किया जा रहा है.

महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ,Maharshi Vishwamitra Story In Hindi,Vishwamitra ki kahaniyan,Vishwamitra ki jivani biography In hindi

Vishwamitra

Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi

1. महर्षि विश्वामित्र का जन्म

विश्वामित्र के जन्म के सन्दर्भ में तीन विवरण उपलब्ध होते हैं – एक उल्लेख में इनके पूर्वजों का क्रम प्रजापति-कुष-कुशनाभ-गाधि (गाथिन) विश्वामित्र रहा जिसमें साधना से पूर्व विश्वामित्र को विश्वरथ कहा जाता था जबकि दूसरे उल्लेख में इशीरथ-कुषिक-गाथिन-विश्वामित्र।

तृतीय उल्लेख में भरतवंशी परम्परा में राजा अजमीढ़-जह्नु-सिंधुद्वीप-बलाष्व-बल्लभ-कुषिक-गाधि-विश्वामित्र का क्रम मिलता है। अनेक ग्रंथों में कई विश्वामित्र होने अथवा विश्वामित्र वास्तव में एक उपाधि होने का भी उल्लेख मिलता है (ठीक वैसे ही जैसे कि वेदव्यास व इन्द्र भी उपाधि अथवा पद हैं)।

2. ब्रह्मर्षि वशिष्ठ का आतिथ्य

जब विश्वामित्र क्षत्रिय राजा थे तो अपनी सेनासहित ये ब्रह्मर्षि वशिष्ठ के आश्रम से गुजरे तो वशिष्ठ ने इन्हें आतिथ्य स्वीकारने का आमंत्रण दिया परन्तु ” मेरी इतनी बड़ी सेना के लिये व्यवस्था ये कैसे कर पायेंगे ” विचारकर विश्वामित्र ने उनका आमंत्रण अस्वीकार किया.

परन्तु वशिष्ठ के आग्रह के आगे उन्होंने रुकना स्वीकार कर लिया एवं कामधेनुपुत्री नन्दिनी द्वारा समस्त व्यवस्थाएँ की जाने की बात सुन उसे छीन ले जाने को तैयार हो गये एवं नन्दिनी के दैवी बल से बुरी तरह परास्त हुए। सेना का नाश होते देख विश्वामित्र के सौ पुत्र कुपित हो गये व वशिष्ठ का प्राणान्त करने के लिये आगे बढ़े। वशिष्ठ ने उनके एक पुत्र को छोड़ सभी को समाप्त कर दिया।

3. विश्वामित्र का शिवतप 

अपने बचे हुए पुत्र को राज-काज सौंप विश्वामित्र स्वयं तपस्या करने हेतु हिमालय के लिये निकल गये। महादेव को प्रसन्न कर इन्होंने विविध दिव्य शक्तियों सहित धनु र्विद्या माँग ली।

4. वशिष्ठ से पुनर्पराजय 

तप से प्राप्त शक्ति के बल पर विश्वामित्र वशिष्ठ से प्रतिषोध लेने की इच्छा से निकले; दोनों में बहुत अधिक भयावह युद्ध हुआ एवं विश्वामित्र को पुनः पराजय का मुख देखना पड़ा।

5. विश्वामित्र का पुनर्तप 

पुनः पराजित होने से हीनभाव से ग्रसित हुए विश्वामित्र अब ब्रह्माजी की तपस्या करने लगे किन्तु ब्रह्मदेव के मुख से अपने लिये ‘राजर्षि’ सम्बोधन सुन पुनः दुःखी हो गये क्योंकि ये महर्षि-ब्रह्मर्षि वशिष्ठ समान ब्रह्मर्षि बनना चाहते हैं। इस प्रकार ये सोचने लगे कि तप में कोई कमी रह गयी है।

6. मेनका एवं विश्वामित्र

तपस्या के दौरान स्वर्ग से मेनका नामक अप्सरा इनका तपभंग करने के पर्पस से आयी जिसने नृत्य करते हुए अपनी शृंगार पूर्ण भाव-भंगिमाओं से विश्वामित्र को मोहित कर दिया। इस प्रकार ये गृहस्थ से होकर उसके साथ रहने लगे, इस दौरान शकुन्तला नामक पुत्री की प्राप्ति हुई जिसे इन दोनों ने नहीं स्वीकारा एवं शकुन्तला कण्व ऋषि के यहाँ पली एवं ऋषि कण्व की दत्तक पुत्री कहलायी।

यही वह शकुन्तला है जिससे दुष्यन्त ने विवाह किया एवं भरत नामक शूरवीर पुत्र की उत्पत्ति हुई जिसके शासन के कारण यह आर्यावर्त भारतवर्ष कहा जाने लगा। विश्वामित्र को अपने कृत्य का पश्चाताप होने लगा था एवं वे पुन: तपस्या के लिये निकल गये.

7. राजा त्रिषंकु को सदेह स्वर्ग प्राप्ति करायी

त्रिषंकु ने पहले वशिष्ठ से यह विनती की थी कि मुझे सशरीर स्वर्ग पहुँचायें किन्तु वशिष्ठ से उनका कामनात्मक यज्ञ कराना स्वीकार नहीं किया। त्रिषंकु विश्वामित्र के पास गये। वशिष्ठ से अपने पुराने बैर के कारण विश्वामित्र ने त्रिषंकु का निवेदन स्वीकार लिया।

सभी ऋषि इस यज्ञ में आये परन्तु वशिष्ठ के सौ पुत्र नहीं आये जिससे क्रोध के वशीभूत हो विश्वामित्र ने उन्हें समाप्त कर दिया। अपनी इसी भयंकर भूल का बोध हो जाने पर विश्वामित्र ने पुन: तप किया एवं काम के बाद अब क्रोध पर विजय प्राप्त करने से ये ‘ब्रह्मर्षि’ हुए।

विश्वामित्र के आग्रह के बावजूद इन्द्र ने त्रिशंकु को सदेह स्वर्गागमन नहीं करने दिया जिससे विस्तारित स्वर्ग के रूप में एक नवीन स्वर्ग की सृष्टि विश्वामित्र ने कर दी ताकि सदेह स्वर्ग जाने की त्रिषंकु-इच्छा पूर्ण हो सके।

8. श्रीराम के गुरु

विश्वामित्र श्रीराम के द्वितीय गुरु थे। रावण के द्वारा भेजे राक्षसों के कारण विश्वामित्र के यज्ञकार्य निर्विघ्न सम्पादित नहीं हो पा रहे थे। दशरथ से श्रीराम-लक्ष्मण को माँगकर ये दण्डकारण्य में साथ ले आये। राम-लक्ष्मण को इन्होंने अपनी चित्र-विचित्र अलौकिक विद्याएँ प्रदान कीं तथा मिथिला में श्रीराम-सीता विवाह सम्पन्न कराने में महती भूमिका निभायी।

यह बेहतरीन कहानियां भी जरुर पढ़े :

*. राधा कृष्ण की कहानियाँ

*. नारद मुनि की 6 प्रसिद्ध कहानियाँ 

*. भगवान गणेश की 6 प्रसिद्ध गाथाएँ 

तो दोस्तों यह लेख था महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ, Maharshi Vishwamitra Best Stories In Hindi, Vishwamitra ki kahaniyan,Vishwamitra ki jivani यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो कमेंट करें। अपने दोस्तों और साथियों में भी शेयर करें।

@ आप हमारे Facebook Page को जरूर LIKE करे ताकि आप मोटिवेशन विचार आसानी से पा सको. आप इसकी वीडियो देखने के लिए हमसे Youtube पर भी जुड़ सकते है.

Similar Articles:

  1. जन्म से मृत्यु तक श्रीकृष्णा की सम्पूर्ण कथा
  2. भगवान गणेश की 6 प्रसिद्ध गाथाएँ Ganesh Ji tories In Hindi
  3. देवी दुर्गा के नौ रूप की सम्पूर्ण कहानी Devi Durga In Hindi
  4. पुरी जगन्नाथ धाम का इतिहास Puri Jagannath Temple History In Hindi
  5. ज्योतिष क्या है व कितना वास्तविक है

Filed Under: Best Hindi Post, Hindi Kahani, Hindi Katha, Nayichetana.com, हिन्दी निबन्ध Tagged With: How Rishi Vishwamitra Created Haven, Maharshi Vishwamitra Story In Hindi, Prachin rishi, vishwamitra and menaka story in hindi, vishwamitra jayanti, Vishwamitra ki jivani biography In hindi, Vishwamitra ki kahaniyan, Vishwamitra ki katha, Viswamitra movie, अहिल्या किस ऋषि की पत्नी थी, ऋषि मुनियों की कहानी, एक ऋषी, किस महर्षि के सौ पुत्र थे, गाधि, गुरु विश्वामित्र कौन थे?, ताड़का का वध किस तरह हुआ ?, ताड़का राक्षसी का वध किसने किया, दलित ऋषि मुनि, परशुराम, परशुराम के पिता का नाम क्या था, महर्षि विश्वामित्र का आश्रम, महर्षि विश्वामित्र के जीवन की आठ घटनाएँ, मारीच किस राक्षसी का पुत्र था, मेनका अप्सरा साधना, मेनका उर्वशी, मेनका का अर्थ, रम्भा अप्सरा, राम लक्ष्मण विश्वामित्र, वशिष्ठ, वशिष्ठ ऋषि का आश्रम, वशिष्ठ के पिता का नाम, विश्वामित्र ऋषि आश्रम बक्सर (बिहार), विश्वामित्र का 1 नाम कौशिक क्यों था?, विश्वामित्र का अर्थ क्या है?, विश्वामित्र का जन्म कैसे हुआ?, विश्वामित्र का जन्म स्थान, विश्वामित्र का दूसरा नाम क्या था?, विश्वामित्र की कथा, विश्वामित्र की जीवनी, विश्वामित्र की तपस्या भंग, विश्वामित्र की पत्नी का क्या नाम है, विश्वामित्र की पुत्री का क्या नाम था, विश्वामित्र की माता का क्या नाम था?, विश्वामित्र के आश्रम का नाम क्या था, विश्वामित्र के जन्म की कथा, विश्वामित्र के पिता का नाम, विश्वामित्र के पुत्र का नाम, विश्वामित्र गोत्र, विश्वामित्र जयंती 2021, विश्वामित्र धारावाहिक, विश्वामित्र भाग 1, विश्वामित्र मेनका, विश्वामित्र मेनका की कहानी, विश्वामित्र संहिता, विश्वामित्र सीरियल, वैदिक ऋषियों के नाम, शकुन्तला मेनका पुत्री

About Surendra Mahara

Surendra mahara Author and founder of Nayichetana.com. He is very passionate about blogging And make people motivated and positive..Read More
Connect On a Facebook
Connect On a Youtube

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Top 7 Best Article In Nayichetana. Com

  • चाणक्य की 10 बातें आपकी ज़िन्दगी बदल सकती है
  • 3 बुरी लत जो आपकी जिंदगी बर्बाद कर देगी
  • ऑनलाइन घर बैठे पैसे कैसे कमायें
  • Teenage में ये 7 गलतियाँ कभी भी न करना
  • वजन बढ़ाने मोटा होने के 21 आसान उपाय
  • अमेजन क्रेडिट कार्ड कैसे बनाये और इसके फायदे
  • लम्बाई बढाने के 23 बेस्ट तरीके

Recent Posts

  • ओलिस्तु ऑयल क्या है पूरी जानकारी About Olistu Oil In Hindi
  • 41 सर्वश्रेष्ठ मोटिवेशनल हिन्दी विचार
  • मंच पर बोलने की कला How to Deal Stage Fear in Hindi
  • कूटनीति कैसे सीखे ? Kutniti kaise kare
  • सुप्रभात संस्कृत श्लोक हिंदी अर्थ के साथ
| About Us | Contact Us | Privacy Policy | Terms and Conditions | Disclosure & Disclaimer |

You Are Now: Nayichetana.com Copyright © 2015 - 2022 to Nayichetana.com