बजट क्या है इसके प्रकार महत्व व उद्देश्य क्या है ? Budget Types Importance full essay In Hindi
Budget Types Importance full essay In Hindi
बजट क्या है ? यह एक राष्ट्र के भविष्य की अवधि के लिए आय तथा व्यय का एक अनुमानित रिकोर्ड होता हैं। इन्ही record के आधार पर राष्ट्र की सभी योजनाएं बनाई जाती हैं तथा जनता को व्यवस्थित रूप से सुविधाएं दी जाती हैं।
इस आर्टिकल में बजट से संबंधित सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों के जवाब दिये जा रहे हैं। जैसे – बजट क्या है, बजट के प्रकार कितने है, इसका महत्व क्या है एवं इसका उद्देश्य क्या है ? आदि। इसलिए आर्टिकल को पूरा पढ़े क्योंकि यहां पर बजट की संपूर्ण जानकारी दी जा रही हैं।
Budget Types Importance Essay In Hindi
बजट क्या है ? बजट का अर्थ एवं परिभाषा
Budget kya hai, किसी राष्ट्र के निश्चित अवधि के लिए कुल आय तथा व्यय का विवरण जिस प्रपत्र पर लिखा (एकत्रित) जाता है, उसे Budget कहते है। बजट के मुख्यत: दो भाग है, आय तथा व्यय।
किसी राष्ट्र की सरकार की कुल प्राप्तियों और राजस्व को आय कहते है तथा राष्ट्र के लिए सभी खर्चों को व्यय कहते हैं। भारतीय संविधान के अनुछेद 112 में प्रथम बजट का उल्लेख किया गया था, जिसे वार्षिक वित्तीय विवरण कहा गया था।
बजट का इतिहास (History of Budget)
यह ‘बजट’ शब्द फ्रेंच भाषा के “बूजट (Bougette)” शब्द से लिया गया है। जिसका अर्थ हैं कि ‘चमड़े का थैला’। इस शब्द का नाम ब्रिटिश वित्त मंत्री रॉबर्ट वालपोल के कारण सन् 1733 में रखा गया था। उन्होनें संसद के वित्तीय प्रस्तावों से संबंधित कागजों को एक चमड़े के थैले में रखा।
जब वे संसद पहुंचे तो लोग उनका मजाक बना रहे थे और मजाक में उन्होने ‘बजट खोला गया (The Budget opened)’ नामक एक पुस्तिका प्रकाशित की और उसी समय ‘बजट’ शब्द देश की वार्षिक आय तथा व्यय के लिए प्रयुक्त होने लगा।
बजट जनता का अधिकार है, जो जनता के लिए तैयार किया जाता हैं। इसमें जनता की सुविधा के लिए खर्चों का पूर्वानुमान लगाया जाता है और बजट के द्वारा जनता के सभी पैसों का हिसाब भी रहता है।
बजट के कितने प्रकार है (Types of budget)
बजट को सरकार के विभिन्न हस्तक्षेप, कल्याणकारी स्वरूप, देशहित आदि के आधार पर छ: भागों में बांटा गया हैं। जो निम्न प्रकार हैं :
1. आम बजट
2. निष्पादन बजट
3. आउटकम बजट
4. शून्य आधारित बजट
5. संतुलित बजट
6. लैंगिक बजट
आम बजट (Normal budget)
आम बजट को पारस्परिक बजट के नाम से भी जाना जाता हैं क्योंकि इस बजट का स्वरूप अत्यन्त पारस्परिक प्रकार का होता है। यह बजट अत्यंत सामान्य प्रकार का है, जिसमें सभी आय और व्यय का लेखा- जोखा रखा जाता है।
यह बजट मुख्यत: सरकारी खर्चों पर नियंत्रण तथा विकास कार्यों के लिए उपयुक्त हैं। हालांकि यह ज्यादा सहीं बजट नहीं हैं, इसके स्थान पर निष्पादन बजट की ज्यादा आवश्यकता हैं।
निष्पादन बजट (Performance budget)
निष्पादन बजट सरकार के नियोजित (योजनापूर्वक) कार्यों को पूरा करने के आधार पर तैयार किया जाता हैं अर्थात् परिणामों को ध्यान में रखकर बजट बनाया जाता है। इसे उपलब्धि बजट या कार्यपूर्ति बजट भी कहते हैं।
इस बजट में कार्यक्रमों की रूपरेखा एवं उन पर खर्च किये जाने वाले सभी व्यय का मूल्यांकन किया जाता हैं। इस बजट को सर्वप्रथम अमेरिका में पेश किया गया था और भारत में अगस्त, 2005 को तत्कालीन वित्त मंत्री P. चिदम्बरम द्वारा पेश किया गया था।
आउटकम बजट (Outcome budget)
यह नये प्रकार का बजट है, जो किसी मंत्रालय अथवा विभाग के लिए प्रयुक्त होता है। इस बजट की राशि का प्रयोग भौतिक लक्ष्यों का निर्धारण तथा मूल्यांकन के लिए किया जाता है। इस बजट की प्रक्रिया जटिल प्रकार की है। इसे चिदम्बरम ने सन् 2005 में पेश किया था।
शून्य आधारित बजट (Zero base budget)
यह बजट शून्य के आधार पर बनाया जाता है। जिसका उद्देश्य अधिक व्यय पर अंकुश लगाना है। इसे आम बजट के घाटे में चलने की स्थिति में पेश किया जाता हैं। ताकि हो रहे घाटे को कम किया जा सकें।
संतुलित बजट (Balanced budget)
इसे आदर्श बजट भी कहते है। इसमें समान अनुपात में आबंटन किया जात है और व्यय तथा प्राप्ति के बीच का अंतराल निश्चित होता है। हालांकि ऐसे बजट को व्यवहार में लाना मुश्किल है।
लैंगिक बजट (Gender budget)
लैंगिक बजट महिला और शिशु कल्याण के लिए बनाया जाता है अर्थात महिला विकास और सशक्तिकरण के के बढावें के लिए।
बजट के महत्व क्या है ? (importance of budget)
बजट किसी भी राष्ट्र को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए एक आधार है। इसके द्वारा देश के आय तथा व्यय को संतुलित रखा जाता है और यह जनहित के कार्यों को जनता के सामने लाने का आधार है। इसके बिना देश की सामाजिक और सार्वजनिक उन्नति नहीं हो सकती है।
बजट के महत्व निम्नलिखित है:
1. बजट के द्वारा सार्वजनिक धन का हिसाब रखा जाता है और इसे देश की जनता के सामने प्रस्तुत किया जाता हैं।
2. देश के विकास और नियोजन के लिए कार्यक्रमों की आवश्यकता होती हैं और इसके लिए धन की आवश्यकता होती है। अत: यह निर्धारित आर्थिक नीतियों को लागू करने के लिए आवश्यक है।
3. इसके द्वारा देश की आर्थिक क्रियाओं का विश्लेषण किया जा सकता है।
4. यह देश की आर्थिक स्थिति को नियंत्रिण करने के लिए अहम है। इसके बिना मंत्रालय और विभाग मनमाने ढंग से कार्य करने लगता है और अंतत: देश की व्यवस्था पूर्ण रूप से बिगड़ सकती है।
5. देश के विकास और असमानता को दूर करने में भी अहम भूमिका निभाता है। बजट के द्वारा कृषि तथा उद्योग के उत्पादन को प्रोत्साहित कर सकते है। तथा करों (Tax) के द्वारा अमीर और गरीब में समानता लायी जा सकती हैं।
6. इससे आर्थिक स्थिरता बनाई जा सकती है अर्थात घाटे तथा लाभ को संतुलित किया जा सकता है।
बजट के उद्देश्य क्या है
बजट के कई उद्देश्य हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं :
1. किसी देश के नीति निर्माण के लिए सुव्यवस्थि ढांचा तैयार करना तथा विभिन्न प्रतिस्पर्धी वैकल्पिक प्रस्तावों को चुनना।
2. न्यूनतम लागतों पर नीति को लागू करना।
3. सार्वजनिक धन को सुरक्षित करना तथा कानूनी नियंत्रण पर बल देना।
4. जनता के सामने दस्तावेज के द्वारा अतीत कार्यक्रमों, वर्तमान नितियों तथा भावी संभावनाओं को प्रस्तुत करना।
उपरोक्त विवेचन के आधार पर बजट के अनेक उद्देश्य है।
अंतिम शब्द
हमें उमीद है कि इस आर्टिकल की मदद से आपको आपके सवाल (बजट क्या है ? इसके प्रकार, महत्व व उद्देश्य क्या है, Budget Types Importance full essay In Hindi का जवाब मिल गया होगा। अगर आपके पास और भी सवाल हैं तो उन्हे कमेंट बॉक्स के द्वारा हमें पहुंचाये। आर्टिकल को पढ़ने के लिए धन्यवाद तथा इसे शेयर जरूर करें।
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