पोर्न देखने के 23 गंभीर नुकसान Porn Addiction Side Effects Harm In Hindi
Table of Contents
Porn Addiction Side Effects Harm In Hindi
पोर्न (Porn) को वास्तव में मनोविक्षिप्तों की रुचि का क्षेत्र कहा जाये तो बिल्कुल अतिषयोक्ति न होगी। पोर्न क्यों देखते हैं लोग (Why People Watching Porn) ? लोग जिस भी बात को कारण बोलेंगे वह या तो भ्रम होगा अथवा बहाना अथवा दोनों, जैसे कि –
भ्रांति : पोर्न से जानकारी बढ़ती है !
खण्डन : ऐसा बिल्कुल नहीं है बल्कि व्यक्ति भ्रमित व पूर्वाग्रही अवश्य ही हो जाता है, इस पूरे आलेख को पढ़कर आप स्वयं समझ जायेंगे।
भ्रांति : फ़ुर्सत, टाइमपास, रिफ्ऱेष, मज़े इत्यादि के नाम पर देखते हैं !
खण्डन : ग़लत दिशा में समय, ऊर्जा व मस्तिष्क खपाना कहीं की बुद्धिमत्ता नहीं.
भ्रांति : सब देखते हैं, इसमें क्या बुरा अथवा यह तो स्वाभाविक कुतूहल है !
खण्डन : कोई बात यदि सब अथवा अधिकांश लोग करें तो वह तर्कसंगत नहीं हो जाती, अनुचित तो अनुचित ही रहेगा, किशोरावस्था व युवावस्था में भी यौनाकर्षण अथवा कामेच्छा स्वाभाविक अथवा सामान्य नहीं हो सकती, यह तो व्यक्ति उस दिशा में जान-बूझकर सोचता है, अर्थात् उस इच्छा को करता है, न कि भूख-प्यास जैसे वह स्वयं होती है।
आपको इस आर्टिकल के अलावा ये आर्टिकल जरुर पढने चाहिए –
*. किशोरावस्था लैंगिक ग़लतियाँ व ग़ुनाह
*. व्यक्ति की परख अकेले कमरे में उसके कृत्य नामक आलेख अवश्य पढ़ें। पोर्न इत्यादि में ‘क्या ग़लत’ के बजाय ‘क्या धर्मसंगत’ यह सोचा करें तो ढेरों बुराइयों से स्वयं ही बचे रहेंगे।
Porn Addiction Side Effects Harm In Hindi
पोर्न से हानियाँ (Harm Of Porn) :
यहाँ पोर्न से मानसिक व मनोवैज्ञानिक, चिकित्सात्मक व शारीरिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक व पारिवारिक, वैधानिक एवं सबसे महत्त्वपूर्ण नैतिक हानियों का विवरण प्रस्तुत है :
मानसिक व मनोवैज्ञानिक नुकसान –
1. Porn इत्यादि को यदि व्यक्ति कम देखे तो भी उसका दिमाग इस तरह नष्ट-भ्रष्ट हो ही जाता है कि वह अपने बारे में, अपने वर्तमान, भावी जीवनसाथी के बारे में उल्टा-उल्टा सोचने लगता है, शिष्न का आकार छोटा लगना, सहवास की अवधि कम लगना, उत्तेजना में कमी की व्यर्थ अनुभूति, रूप रंग को कमतर आँकना, विभिन्न विषयों में दूसरों से तुलना करना इत्यादि.
उसने ब्लू फ़िल्म्स (Blue Films) में ऐसे दृष्य देखे हुए होते हैं जिनमें कम्प्यूटर ग्रॅफ़िक्स, Editing इत्यादि के द्वारा सबकुछ बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया होता है जिसे दर्शक रील से रियल में लाना चाहता है.
प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से उसके अवचेतन में ग़लत बातें आजीवन के लिये भर चुकी होती हैं, फिर चाहे वह व्यक्ति कभी खुलकर इस बात को स्वीकार करे अथवा नहीं। पोर्न में व्यक्ति कई ग़लत धारणाओं व भ्रामक अनुभवों से अपना मस्तिष्क भर बैठता है।
2. मुखमैथुन, गुदामैथुन, पानी में सेक्स इत्यादि अप्राकृतिक अपेक्षाएँ करने लगता है एवं जिनके पूरी न होने पर क्रोध, असंतोष से लेकर घरेलु हिंसा तक पर उतारू हो सकता है।
3. पोर्न देखा व्यक्ति एक मायाजाल में उलझता जाता है जहाँ उसे दूर से सुख जैसा कुछ दिख रहा होता है किन्तु पास जाने पर रेत ही रेत दिखती है, यही कुचक्र चलता जाता है जिसमें वह उलझता जाता है।
चिकित्सात्मक व शारीरिक नुकसान :
4. गुप्तांगों में सामान्य स्नेहन (चिकनाई) व सहज संवेदनशिलता क्षीण होती जाती है.
5. स्वप्नदोष : यह मुख्य रूप से पोर्न के कारण होता है.. स्वप्नदोष कारण एवं बचाव .
6. पोर्न अलग से तो हानिप्रद है ही, यह हस्तमैथुन को भी कुप्रेरित कर देता है, ‘क्यों नहीं करना चाहिए हस्तमैथुन’ व ‘हस्तमैथुन छोड़ने के लाभ’ पढ़ें.
7. नशा : वास्तव में पोर्न भाँग अथवा मदिरा जैसी दुष्शृंखला बना देती है, व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि कब वह उसकी चपेट में आ जाता है एवं ” पोर्न देखने में क्या बुराई ” जैसे धृष्टतापूर्ण विचार करने लगता है, वैसे भी ग़लत तो ग़लत ही होता है फिर चाहे उसकी लत लगी हो अथवा नहीं. ‘नशो से नुकसान व इनसे कैसे बचें’ आलेख पढ़ें।
सन् 2012 में डेढ़ हज़ार पुरुषों पर किये गये एक सर्वेक्षण में 56 प्रतिशत ने माना कि पोर्न में उनकी रुचियाँ ‘लगातार चरम अथवा भ्रष्ट’ होती जा रही हैं। पोर्न के आदी हो चुके व्यक्ति का मस्तिष्क देखे जा चुके दृष्य को जल्दी ही दोबारा देखने के लिये मचलने लगता है जिससे वह फिर बोर होकर नये व अधिक चरम दृष्य की ओर बढ़ने की सोचता फिरता है.
8. मस्तिष्क की संरचना में गड़बड़ : पोर्न देखने वाले व्यक्ति दूषित रुचि, तथाकथित मज़े के लिये पोर्न देखते हैं जिससे उनके मस्तिष्क में डोपामाइन (dopamine) हार्मोन बनता है जिससे व्यक्ति जीवनसम्बन्धी अन्य कार्यकलापों के महत्त्व को कम आँकने लगता है एवं मस्तिष्क की यह विकृति व्यक्ति को और ! और !! और !!! पोर्न की ओर ढकेलने लगती है जिससे बचाव दृढ़ इच्छाशक्ति द्वारा पोर्न से पूर्णतया छूटने में ही है, आर्थिक, सांस्कृतिक, सामाजिक व पारिवारिक.
9. शिक्षा-ग्रहण करने की गुणवत्ता घट जाती है अथवा जीविका में उत्पादकता घटती है.
10. व्यक्ति परनारी को उपभोग-सामग्री के रूप में देखने लग जाता है.
11. संस्कार व सभ्यता जैसे शब्द उसके शब्दकोष से मिट जाते हैं;
12. परिवार से दूर होने लगता है एवं असामाजिक तत्त्व जैसे आचार-विचार हो जाते हैं.
13. व्यक्ति का वैवाहिक जीवन अब उतना संतोषप्रद नहीं रहने वाला जितना कि तब रहता यदि इसने पोर्न न देखी होती, व्यक्ति के पूरे जीवन में यौन-असंतोष बढ़ने लगता है एवं लैंगिक व अलैंगिक किसी भी प्रकार के सम्बन्ध में सुधार नहीं, केवल बिगड़ाव आता है;
14. पोर्न-दर्शक वास्तव में संवेदना विहीन हो जाते हैं, ये पहले अकेले पोर्न देखते थे, फिर साथियों के साथ एवं धीरे-धीरे घर में कुछ खुलेआम भी देखने लगते हैं क्योंकि भावनात्मक रूप से संवेदनहीन होते जाते हैं, लाज का नाश हो जाता है एवं पोर्न को ‘Usual Thing’ मानने लगते हैं; ‘कुसंगति से कैसे बचें’ आलेख जरुर पढ़ें.
15. घर फ़ोड़ने में भी पोर्न की भूमिका रही है; एक सर्वेक्षण में तलाक के 62 प्रतिशत मामलों में स्वीकारा गया कि तलाक का मुख्य कारण पोर्न रहा है, ‘ईर्ष्या व हीनभावना मानवजाति के नाश के दो मुख्य आधार’ आलेख भी पढ़ें.
16. परिवारिक बिखराव करने में भी पोर्न आगे है. एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 5 में से 1 पुरुष ने माना कि Porn उसे उसकी जीवनसंगिनी अथवा सन्तानों से दूर कर रहा है, ये लोग वे हैं जिन्होंने खुल के स्वीकारा, वास्तव में स्वीकार न करने वाले किन्तु इसी प्रभावित वर्ग में आने वालों की संख्या यहाँ प्रदर्शित अनुपात से कई गुनी होगी।
17. निरर्थक कुतूहल से शुरु होकर संवेदनाहरण से गुज़रते हुए पोर्न की यात्रा व्यक्ति की Habit बनते हुए अन्त में नीरसता में जाकर दलदल में धँस जाती है. यह जगविदित वैज्ञानिक तथ्य है कि पोर्न इत्यादि देख-सुन-पढ़ चुके व्यक्तियों को वास्तविक जीवन में यौनसुख जीवनसाथी से सम्बन्ध में सुख की अनुभूति नहीं रह जाती.
हो सकता है कि वास्तव में यौनसम्बन्ध बनाते समय उत्तेजना होनी ही बन्द हो जाये, वास्तव में उसे आभासी जगत ही भाने लगता है, कूपमण्डूक को यथार्थ संसार का ज्ञान नहीं हो पाता. ‘मित्रों व परिजनों रिश्तेदारों में बर्बाद जीवन अवश्य पढ़ें.
वैधानिक नुकसान :
18. राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कई विभागों में इलेक्ट्रानिक मेंलिंग, फ़ोन, ओफ़लाइन Online संदेश सहित हर गतिविधि, चैटिंग, अश्लील दृष्य, Text, आडियो, सर्फि़ंग And सर्चिंग सब Automaticaly Save, रिकार्ड व स्टोर होता जाता ही है. जिस प्रकार हर अपराधी अपने पीछे सबूत छोड़ ही जाता है उसी प्रकार हर पाप अपने पीछे कर्म फल की गठरी बाँधकर हमेशा चलता रहता है.
19. विभिन्न आपराधिक छानबीनों में पाया गया है कि व्यक्ति पोर्न से बलात्कार इत्यादि की ओर कुप्रेरित होता है, अधिकांश मामलों में बलात्कार से पूर्व अपराधी द्वारा पोर्न देखी जाने की पुष्टि हुई है. स्त्रियों से छेड़छाड़ इत्यादि अन्य नारीविरोधी अपराधों में भी पोर्न की बड़ी भूमिकाएँ पायी गयी हैं.
सबसे महत्त्वपूर्ण नैतिक नुकसान :
20. पोर्न व्यक्ति को वास्तविक जीवन में प्रेम व सार्थक सम्बन्धों की ओर बढ़ने से रोकने के लिये बाधासमान कार्य करता है.
21. पोर्न से व्यक्ति अधिक पार्टनर्स (जीवनसाथी के अतिरिक्त अन्य व्यक्ति) के साथ सेक्स (Sex) को कुप्रेरित होता है.
22. कम उम्र से सेक्स करने की आशंका उत्पन्न हो जाती है सो अलग.
23. निःसंदेह आपकी अन्तरात्मा इस सत्य को स्वीकार कर लेगी कि पोर्न कोई धार्मिक, तार्किक अथवा करने देखने योग्य कृत्य नहीं है, अन्य हानियाँ हस्तमैथुन जनित हानियों के समान होंगी.
उपरोक्त विषय से सम्बन्धित ये आलेख भी अवश्य पढ़े –
1. कामेच्छा को जड़ से मिटाने के उपाय
2. हस्तमैथुन से होने वाले 10 बड़े नुकसान
4. हस्तमैथुन करना चाहिए या नहीं
उपचार :
इस शपथ को कागज़ पर लिखकर हस्ताक्षर करते हुए उसकी फ़ोटो स्वयं रख लें, दूसरों को दे दें. ” मैं ईश्वर, धर्मग्रंथों व अपने समस्त प्रियजनों की शपथ लेती लेता हूँ कि पोर्न सहित अन्य समस्त अनैतिक विचारों व कृत्यों से सदैव दूर रहूँगी रहूँगा“।
Note : This Content Published Here Only Education Purpose.
निवेदन- आपको Porn Addiction Side Effects Harm In Hindi – पोर्न देखने के 23 गंभीर नुकसान / Porn Dekhne Se Hone Wale Bade Nuksan Hindi Article पढ़कर कैसा लगा. आप हमें Comments के माध्यम से अपने विचारो को अवश्य बताये. हमें बहुत ख़ुशी होगी.
@ हमारे Facebook Page को जरूर LIKE करे. आप हमसे Youtube पर भी जुड़ सकते है.
Note : इस आर्टिकल में बताई गई बातें लेखक के अपने विचार है. जरुरी नहीं की आप इन बातो से सहमत हो.
Leave a Reply