मेरा बचपन का खेल मुझे लौटा दो
My Childhood Poetry In Hindi
मेरा बचपन का खेल मुझे लौटा दो,
आज के भविष्य को वह सिखला दो।
हो न जाए पब्जी जैसे खेलो में खत्म भविष्य
इसलिए अब इस पर जोर लगा दो,
मेरा बचपन का खेल मुझे लौटा दो।।
स्कूलो में खेले थे,वह जीवित खेल
उसे आज के भविष्य को लौटा दो,
फिर से सेहतमंद खेल उन्हें सिखला दो।।
आज खेल मोबाइल पर चल रहे है
मेरे बचपन के खेल आज के भविष्य
ढूढ रहे है,वो कल वाले खेल फिर से लौटा दो,
मेरा बचपन का खेल मुझे लौटा दो।।
आज के खेल मोबाइल पर दिमाग को
क्षुप्त रहे है,आने वाली शिक्षा
की प्राप्ति को मानो जैसे विलुप्त कर रहे है,
हमारी संस्कृति ओर हमारी परंपरा
फिर आज के भविष्य में लौटा दो,
उस बचपन के खेल की याद दिला दो,
मेरा बचपन का खेल मुझे लौटा दो।।
अक्षय भंडारी,राजगढ़
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