• Home
  • About Us
  • Hindi Stories
  • Hindi Quotes
  • Hindi Poems
  • Hindi Biography

Nayichetana.com

Best Hindi motivational & Inspiration Life Site




  • Home
  • Best Hindi Stories
    • Competitive Exam
  • Youtube Videos
  • Hindi Essay
  • Health In Hindi
  • Self Improvment
  • Hindi Slogans
You are here: Home / हिन्दी निबन्ध / पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा

पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा

October 8, 2018 By Surendra Mahara 2 Comments

पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा Dussehra Festival Essay In Hindi

Table of Contents

  • पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा Dussehra Festival Essay In Hindi
    • Dussehra Festival Essay In Hindi
      • Dussehra Festival Essay In Hindi

भारत (India) में इन दिनो त्यौहारों का सीजन चल रहा है। नवरात्रो के साथ ही दशहरे का सबको बेसब्री से इंतजार होता है। रावण – वध और दुर्गा – पूजन के साथ विजयदशमी की चकाचौंध हर जगह होगी। दशहरे का त्यौहार जहाँ बच्चो के मन में मेले के रूप में आता है तो बड़ो को रामलीला की याद और स्त्रियो के लिए पावन नवरात्रों के रूप में यादो को जगाता है।

Dussehra Festival Essay In Hindi

पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा , Dussehra Festival Essay In Hindi, Dussehra in hindi

Dussehra

Dussehra Festival Essay In Hindi

यह त्यौहार प्रतीक है की असत्य और पाप चाहे कितने भी बड़े हो, लेकिन अंत में जीत हमेशा सत्य की होती है। इस संसार में कहीं भी असत्य और पाप का साम्राज्य ज़्यादा नहीं टिकता। यही है दशहरा त्यौहार की शिक्षा। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरे का आयोजन होता है। भगवान राम ने इस दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसलिए इस दशमी को ‘विजयादशमी’ के नाम से भी जाना जाता है।

इस दिन जगह जगह मेले लगते है। दशहरा दस प्रकार के पापों – काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सद्प्रेरणा प्रदान करता है।दशहरे का सांस्कृतिक पहलू भी है। यह एक पर्व एक दिन अलग-अलग जगहों पर भिन्न-भिन्न रूपों में मनाया जाता है लेकिन फिर भी एकता देखने योग्य होती है। इस साल भी हमें आशा है की दशहरे का त्यौहार आपके जीवन से बुराइयों का अंत करेगा और समाज में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा।

दशहरे के दिन हम तीन पुतलों को जलाकर बरसों से चली आ रही परंपरा को निभा देते है लेकिन हम अपने मन से झूठ, कपट और छल को नहीं निकाल पाते है। हमें दशहरे के असली संदेश को अपने जीवन में भी अम्ल में लाना होगा, तभी यह त्यौहार सार्थक बन पायेगा।

आदर्श – पुरुष श्रीराम :-

चूँकि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का चरित्र एक आदर्श पुरुष का चरित्र है इसलिए सभी इस चरित्र और रामायण के अन्य पात्रों से शिक्षा ले, इसलिए नवरात्रों में जगह जगह रामलीला का मंचन किया जाता है। राजा दशरथ को एक आदर्श पिता के रूप में भगवान राम को मर्यादा -पुरूषोत्तम व रघुकुल रीत रूपी वचनो का पालन के रूप में, भाई लक्ष्मण को बड़े भाई की भक्ति के रूप में, भाई भरत को बड़े भाई के प्रति समपर्ण के रूप में, कौशल्या को आदर्श माँ के रूप में, हमेशा याद किया जाता है।

वहीँ हनुमान जी की राम भक्ति, विभीषण की सन्मार्ग शक्ति, जटायु की पराक्रम सेवा और सुग्रीव की राम सेवा हमेशा अमर रहेगीं। चारो वेद और सभी 6 शास्त्रों को कंठस्थ कर लेने वाले लंकापति राजा रावण को उसके पुतले के प्रतीक में इस बार फिर जलाया जायेगा। ‘यह रावण सदियों से जलता आ रहा है। परन्तु फिर भी रावण हर साल जलने के लिए फिर सामने आ जाता है ! दरअसल, जितने रावण हम जलाते है उतने पैदा हो जाते है

पूजा सार्थक हो जायेगी :-

रामलीला मंचन के बाद दशहरे पर भले ही हम हर साल रावण जलाकर बुराई का अंत करने की पहल करते हो, परन्तु यथार्थ में रावण का अंत पुतलो को जलाने से नहीं होता। असली रावण तो हम सब के अंदर विकारों के रूप में विराजमान है। काम, क्रोध, मोह, लोभ, अहंकार रूपी विकारो को जलाकर हम पावन बन जाए तो भगवान राम की पूजा सार्थक हो जायगी और रावण रूपी विकारो का भी अंत हो जायेगा।

इतना ही नहीं, रावण रूप में जो देश के गददार है, जो देश की शांति और इंसानियत का हरन करने वाले रावण रूप में जो व्याभिचारी है, रावण रूप में जो भ्रष्टाचारी है, रावण रूप में जो हिंसावादी है, रावण रूप में जो घोटालेबाज है, रावण रूप में जो साम्प्रदायिक का जहर समाज रूप में घोल रहे है, रावण रूप में जो विकास के दुश्मन है, रावण रूप में जो अमानवतावादी है, उनका अंत करने से ही रामराज्य की परिकल्पना साकार हो सकती है।

फिर चाहे कितने ही रावण क्यों न जला लें जब तक घर-घर, गली-गली, गाँव-गाँव, शहर-शहर बैठे रावणो नहीं होगा, तब तक विजय दशमी के पर्व को सार्थक नहीं माना जा सकता। तो आइए आज ही विजत दशमी पर्व पर यानी दशहरे पर भगवान राम की शपथ ले की हम भगवान राम को के आदर्शो पर चलकर सारे विकारो को त्यागकर उस रावण जगह-जगह से अंत करेंगे जो हमें राम से दूर कर रहा है। तभी रामलीला की पवित्रता और उसके प्रति श्रद्वा कायम रह सकती है।

यह त्यौहार हमें इस बात से भी अवगत कराता है की पाप व अन्याय चाहे कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, विजय हमेशा सच्चाई की होती है। सत्य का पलड़ा हमेशा ही भारी रहा है। सत्य में ऐसा बल है, जो रावण जैसे अत्याचारी व अहंकारी मनुष्यों को जलाकर राख कर देता है, इसलिए हमें पाप व अन्याय से आंतकित नहीं होना चाहिए। हमें इस त्यौहार के वास्तविक अर्थ ग्रहण करना चाहिए। इस पर्व की साथर्कता रावण जलाने में नहीं, बल्कि अपने अंदर की आसुरी प्रवृति को जलाने में है।

दोस्तों, यह था दशहरे पर हिंदी आर्टिकल. आपको यह आर्टिकल कैसे लगा.कमेंट में जरुर बताये.

Vijay Pal

Website : www.helpbookk.com

Intersting Article“ Dussehra Festival Essay In Hindi ” यह लेख हमें भेजा है विजय पाल जी ने ellenabad Haryana से. विजय जी की अपनी एक वेबसाइट (www.helpbookk.com ) है जिसमे ये काफी बेहतरीन आर्टिकल लिखते है

नयीचेतना.कॉम में ” पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा – Dussehra Festival Essay In Hindi ” Share करने के लिए विजय जी का बहुत-बहुत धन्यवाद. हम विजय पाल जी को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनायें देते है और उम्मीद करते है की उनकी अन्य रचनाएँ आगे भी इस ब्लॉग पर प्रकाशित होंगी.

All The Best For Your Effort

निवेदन- आपको Dussehra Festival Essay In Hindi – पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा / Vijaydushmi Par Hindi Article पढ़कर कैसा लगा. आप हमें Comments के माध्यम से अपने विचारो को अवश्य बताये. हमें बहुत ख़ुशी होगी.

अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे शेयर कीजिये. साथ ही अगर आप मुझसे फेसबुक पर जुड़ना चाहते है तो हमारा Facebook Page Like कीजिये.

Related posts:

Default Thumbnailभ्रष्टाचार पर विस्तृत हिंदी निबंध How To Stop Corruption Bhrashtachar Essay In Hindi प्रेरणा से भर देने वाली स्टीव जॉब्स की कहानी, Best Biography Of Steve Jobs in Hindi,Nayichetana.com,Steve jobs ki jivani, steve jobs ki success story hindiप्रेरणा से भर देने वाली स्टीव जॉब्स की कहानी उत्तराखण्ड का परिचय, उत्तराखण्ड रोचक तथ्य, 40 Amazing Facts About Uttarakhand In Hindi,Uttarakhand facts,nayichetana.com,Uttarakhand in hindiउत्तराखण्ड का परिचय 40 बेहतरीन रोचक तथ्य हिन्दी भाषा का महत्त्व एवं इसके लाभ, Hindi Language Benefit Importance In Hindi, hindi par garv karo,14 sepetember, hindi bhasha par nibandhहिन्दी भाषा का महत्त्व एवं इसके लाभ Hindi Language Benefit Importance In Hindi

Filed Under: Best Hindi Post, Guest Post, Hindi Blog, Hindi Essay, Hindi Rochak Tathay, Interesting Facts In Hindi, Nayichetana Motivation, SUCCESS, Vijay Pal, हिन्दी निबन्ध, हिन्दी भाषण Tagged With: dushhara FESTICAL IN HINDI, dushhara hindi me, Dussehra Festival Essay In Hindi, dussehra in hindi, dussehra ke tyohar, VIJAYDUSHMI, पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है दशहरा

About Surendra Mahara

Surendra mahara Author and founder of Nayichetana.com. He is very passionate about blogging And make people motivated and positive..Read More
Connect On a Facebook
Connect On a Youtube

Comments

  1. Aditya says

    October 20, 2018 at 2:10 pm

    Nice article sir ji

  2. विजय पाल says

    October 8, 2018 at 5:26 pm

    Nyc bhai

    Thanks

    👌👌👌

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sponsored Link

New Birth Certificate Online

High Quality Health Article Visit Health Lekh

Top & Best HowkHost Hosting




Top 7 Best Article In Nayichetana. Com

  • चाणक्य की 10 बातें आपकी ज़िन्दगी बदल सकती है
  • 3 बुरी लत जो आपकी जिंदगी बर्बाद कर देगी
  • वजन बढ़ाने के 21 आसान उपाय
  • आसानी से अपना कॉन्फिडेंस कैसे बढाये
  • मेरी ज़िन्दगी से सीखे गये मोटिवेशनल विचार
  • पैसो की सेविंग कैसे करे
  • कैसे पायें आसानी से सरकारी नौकरी ? 10 टिप्स
| About Us | Contact Us | Privacy Policy | Terms and Conditions | Disclosure & Disclaimer |

You Are Now: Nayichetana.com Copyright © 2015 - 2021 to Nayichetana.com