पिता पर लिखी गयी सर्वश्रेष्ठ हिंदी कविता – Best Poem On Father In Hindi

Father Love
उस वक्त में पिता को समझ पाया था
मेरे बुखार में जब आपने भरी आँखों से मेरा सिर सहलाया था
तब मैंने एक सख्त इन्सान में माँ का ह्रदय पाया था
आज तक मैं आपको समझ नहीं पाया था
–
उस वक्त आपको देखकर मेरा भी गला भर आया था
उस दिन मैं एक पिता को समझ पाया था
मेरी बचपन की हर जिद को पूरी करने को आपने अपना हर सुख चैन भुलाया था
मेरे सुखद भविष्य के निर्माण को आपने लहू बना के पसीना बहाया था
–
अपने बचपन से आपने पूरा परिवार का बोझ उठाया था
क्योंकि आपने अपने पिता का प्यार नहीं पाया था
मुश्किलों से न घबराना डट कर पार पाना आपने ही तो सिखलाया था
उस वक्त में पिता को समझ पाया था.
– Hitesh Rajpurohit
Hindi Poem “पिता पर हिंदी कविता ” हमें भेजी है हितेश राजपुरोहित जी नानरवाडा, तहसील – पिंडवाड़ा, जिला – सिरोही, राजस्थान से . हितेश की शिक्षा एम. बी. ए. , एम. ए. हिन्दी साहित्य-प्रथम वर्ष है. इनकी अभी नयी रचना (वृद्धावस्था की परिपाटी ) लघुकथा गुजरे रविवार को दैनिक भास्कर अहा जिन्दगी में प्रकाशित हुई है।
Hitesh Rajpurohit
नयीचेतना.कॉम में “पिता पर हिंदी कविता – Best Hindi Poem About Father Hindi ” Share करने के लिए Hitesh Rajpurohit जी का बहुत-बहुत धन्यवाद. हम Hitesh Rajpurohit जी को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनायें देते है और उम्मीद करते है की उनकी कवितायेँ आगे भी इस ब्लॉग पर प्रकाशित होंगी.
अगर आपके पास भी हिन्दी भाषा में कोई Article, Poem, प्रेरणादायक कहानी या ज्ञानवर्धक जानकारी हो जो आप हमारे साथ Share करना चाहते है तो आप उसे Nayichetana.com@gmail.com पर Send कर दे. पसंद आने पर हम उसे Nayichetana.Com में प्रकाशित करेंगे. धन्यवाद !
निवेदन – आपको Best Poem On Father In Hindi – Father Pita Poem Kavita In hindi – पिता पर हिंदी कविता कैसी लगी हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका हर एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
@ हमारे Facebook Page को जरूर LIKE करे. आप हमसे Youtube पर भी जुड़े सकते हो.
अच्छी कविता