एक ग़ज़ल ! Ek Gajal Hindi Gajal By Dr Krishan Kumar Bedil
आहों से जला देंगे, हम सोज़े-निहाँ वाले।
पत्थर न उठा हम पर, शीशे के मकाँ वाले।
अब अर्श नहीं हिलता, मज़लूम की चीखों से,
बर्बाद न कर आँसू, फ़रियादों-फुगाँ वाले।
किस शान से बैठे हैं बाज़ारे-शराफत में,
फूलों की क़बा पहने, कांटों की दुकाँ वाले।
आयेंगे भला कैसे , ज़द में तेरे शोलों की,
तिनके ये रियाज़त के, ऐ बर्क़े-तपाँ वाले।
जीना तो बड़ी शै है, आराम से ऐ “बेदिल”
मरने भी नहीं देते, बेदर्द जहाँ वाले ।
– डॉ कृष्ण कुमार “बेदिल”
नयीचेतना.कॉम में “एक ग़ज़ल ” Share करने के लिए डॉ कृष्ण कुमार “बेदिल” जी का बहुत-बहुत धन्यवाद. हम डॉ कृष्ण कुमार “बेदिल” जी को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनायें देते है और उम्मीद करते है की उनकी गजलें आगे भी इस ब्लॉग पर प्रकाशित होंगी.
डॉ कृष्ण कुमार “बेदिल”, विगत 50 वर्षों से निरंतर लेखन, 4 ग़ज़ल संग्रह (तीन हिंदी, एक उर्दू) प्रकाशित, ग़ज़ल के व्याकरण पर एक पुस्तक (ग़ज़ल:रदीफ़,क़ाफ़िया और व्याकरण) प्रकाशित हो चुकी है। दर्जनों काव्य संकलन में सहभागिता, स्तरीय पत्र – पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित, ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस ऑफ इनटेलेक्चुअल्स द्वारा ‘मेरठ रतन’ से सम्मानित, राष्ट्रीय हिंदी परिषद द्वारा ‘हिंदी गौरव’ से सम्मानित तथा अनेक सामाजिक और साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मान।

Dr Krishan Kumar Bedil
जन्म स्थान-चन्दौसी, 35 वर्षों से मेरठ में स्थानीय निवास।
जन्म तिथि-18-07-1943
सम्पर्क-
“साई सुमरन”
डी-115,सूर्या पैलेस, दिल्ली रोड
मेरठ-(उत्तर प्रदेश)
मो.- 9410093943
अगर आपके पास भी हिन्दी भाषा में कोई Article, Poem, प्रेरणादायक कहानी या ज्ञानवर्धक जानकारी हो जो आप हमारे साथ Share करना चाहते है तो आप उसे Nayichetana.com@gmail.com पर Send कर दे. पसंद आने पर हम उसे Nayichetana.Com में प्रकाशित करेंगे. धन्यवाद !
निवेदन – आपको Ek Gajal – एक ग़ज़ल कैसी लगी. हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
@ हमारे Facebook Page को जरूर LIKE करे. आप हमसे Youtube पर भी जुड़े सकते हो.
बहुत बहुत शुक्रिया नयी चेतना
aaho se saja denge hum soja siva wale.. padhkar achha laga
aisi sha dar gazal likhne wale kp hamara salam.bahut khub sir