समय बदल गया है – Samay Badal Gya hai Hindi Kavita
Samay Badal Gya hai Hindi Kavita
पहले मैं रात को लालटेन से पढता था
अब एलईडी से पढने लगा हूँ
पहले हर चीज मुझे साफ़ साफ़ दिखती थी
अब लेंस धारी चश्मा पहनने लगा हूँ.
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पहले फिल्मे दूरदर्शन पर कभी कभी देखता था
अब मोबाइल में हर रोज फिल्मे देखने लगा हूँ
पहले अखबार आने का घंटो इन्तजार रहता था
अब एप्पस से हर पल की न्यूज़ पढने लगा हूँ.
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पहले दादी के पास बैठ कर कहानियां सुनता था
अब ऑनलाइन ही कहानियां सुनने लगा हूँ
पहले पापा के साथ शॉपिंग करने जाता था
अब घर बैठे ही शॉपिंग करने लगा हूँ.
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पहले होली के दिन खूब रंग खेलता था
अब रंगों से बच कर रहने लगा हूँ
पहले खूब पुआ, पकौड़ी, आलू चाप खाता था
अब पेट में गैस एसिडिटी पालने लगा हूँ.
– Raj kumar Yadav
Hindi Poem “समय बदल गया है – टेक्नोलॉजी का प्रभाव बताती हिंदी कविता ! हमें भेजी है राज कुमार यादव जी ने गोपालगंज, बिहार से. 15 जून सन 2000 को जन्मे राज कुमार गोपालगंज, बिहार में रहते है. राज कुमार जी को लिखने का बहुत शौक है.

Raj kumar Yadav
Blog: rozaana.wordpress.com
Email : rajkumaryadav.rky123@gmail.com
नयीचेतना.कॉम में ” समय बदल गया है – टेक्नोलॉजी का प्रभाव बताती हिंदी कविता , Samay Badal Gya hai Hindi Kavita – Time Change Technology Boost Hindi poem By Raj Kumar” Share करने के लिए राज कुमार जी का बहुत-बहुत धन्यवाद. हम राज कुमार जी को बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनायें देते है और उम्मीद करते है की उनकी अन्य रचनाएँ आगे भी इस ब्लॉग पर प्रकाशित होंगी.
राज जी की कई कवितायेँ नयीचेतना में पब्लिश हो चुकी है. राज कुमार यादव जी की अन्य कवितायेँ पढ़े : हिन्दी कविता संग्रह
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