कांग्रेस के प्रुमख नेता नारायण दत्त तिवारी की जीवनी ! Narayan Dutt Tiwari Biography In Hindi
कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे नारायण दत्त तिवारी ( N. D. Tiwari) ही भारत के एक मात्र ऐसे नेता रहे है जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री बने हो. वे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. तिवारी जी कांग्रेस के नेता हैं. तिवारी जी 2002 से 2007 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने थे तथा 3 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और एक बार आंध्रप्रदेश के राज्यपाल भी रहे हैं.

नारायण दत्त तिवारी
जन्म – 18 अक्टूबर 1925 को नैनीताल जिला, उत्तराखंड
राजनीतिक पार्टी – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
पिता का नाम – पूर्णानंद तिवारी
तिवारी जी की शुरूआती ज़िन्दगी व राजनीतिक जीवन:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नारायण दत्त तिवारी का बड़ा योगदान रहा हैं. इनका जन्म 18 अक्टूबर सन 1925 को नैनीताल जिले के बलुती गावं में हुआ था. तिवारी जी के पिता पूर्णानंद तिवारी वन विभाग में अधिकारी के तौर पर थें. इनके पिता पर महात्मा गाँधी का इतना असर हुआ कि इन्होंने अपनी नौकरी तक छोड़ दी और गाँधी के साथ असहयोग आन्दोलन में चले गए.
तिवारी जी की शिक्षा हल्द्वानी, नैनीताल और बरेली में हुई. बाद में अपनी पढाई पूरी करने के बाद वे पिता पूर्णानंद की तरह आजादी के आन्दोलन में कूद गए. सन 1942 के आन्दोलन के ब्रिटिश सरकार के खिलाफ तीव्र आन्दोलन करने के कारण नैनीताल जेल में डाल दिए गए. इस जेल में पिता और पुत्र एक साथ रहे, लगभग 15 महीने की सजा के बाद तिवारी जी सन 1944 को जेल से बाहर आये.
सन 1947 में वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र यूनियन के अध्यक्ष चुने गये. यह तिवारी जी के लिये राजनीतिक जीवन में आगे जाने की एक बड़ा कदम था. सन 1952 में तिवारी जी नैनीताल सीट से चुनाव लड़े और जीत गए तथा उत्तर प्रदेश के पहली विधानसभा के सदस्य के रूप में विधानसभा पहुचें. सन 1965 में तिवारी काशीपुर विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत गए और पहली बार उत्तर प्रदेश के मंत्रीमंडल में जगह मिली तथा उनको कांग्रेस का साथ मिलता गया.
सन 1969 से 1971 तक तिवारी जी कांग्रेस के युवा संघटन के अध्यक्ष चुने गए. तिवारी जी को बड़ा सम्मान तब मिला जब वे सन 1976 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और यह सरकार 1977 को गिर गई. तिवारी जी 3 बार उत्तर प्रदेश के 1 बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने है. ऐसा करने वाले वे पहले व्यक्ति है जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री बने हो.
तिवारी जी के साथ विवाद :
तिवारी जी के साथ एक ऐसा वाकया घटा जिससे पूरा देश हिल गया था. दिल्ली के रहने वाले 32 साल के रोहित शेखर एक युवा नौजवान ने तिवारी जी के ऊपर गंभीर आरोप लगाये की तिवारी जी उनके पिता है. रोहित की माँ उज्ज्वला ने सन 2008 में अदालत का दरवाजा खट-खटाया. तिवारी के खिलाफ पिता होने का केस चलाया गया.
अदालत ने तिवारी के खिलाफ जाँच शुरू कर दी और उनका ब्लड सेम्पल लिया गया तथा रोहित शेखर और उसकी माँ का डी एन ए लिया गया. तिवारी जी नहीं चाहते की उनका D.N.A. टेस्ट ओपन हो लेकिन अदालत ने सार्वजनिक करने को कहा तथा बाद में पता चला कि रोहित शेखर उनका ही पुत्र था.
Read More On Narayan Dutt Tiwari In Wikipedia
निवेदन- आपको All information about Narayan Dutt Tiwari in hindi – Narayan Dutt Tiwari ka jeevan parichay / नारायण दत्त तिवारी की बायोग्राफी व जीवनी आर्टिकल कैसा लगा हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
@ हमारे Facebook Page को जरूर LIKE करे. आप हमसे Youtube पर भी जुड़ सकते है. हमारी और पोस्ट पढने के लिए नीचे Related Post जरुर देखे.
Leave a Reply