प्रोफ़ेसर और अनपढ़ नाविक शिक्षाप्रद कहानी Profesar Aur Anpadh Navik Motivational Story
Proffesar Anpadh Navik Hindi Kahani
एक बार की बात है एक यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर ने छुट्टी के दिन नाव में नौकाविहार करने की सोची.वह नदी में गया और एक नाविक की नाव में बैठ गया. नाव में जलविहार करने का यह उसका पहला अवसर था.इसलिए वह नाविक के साथ नौकाविहार का मजा ले रहा था.
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नाव
उसने उगते हुए सूरज की जलक्रीडा, तरंगो का नाच, जल का बहाव तथा पानी में से बाहर के दृश्य का आनंद लिया.
फिर उसने नाविक से बात करना शुरू किया और नाविक से पूछा.
प्रोफ़ेसर-अरे नाविक, क्या तुम कभी गणित पढ़े हो ? नाविक बोला-नहीं साहब ! नहीं पढ़ा.
यह सुनकर प्रोफ़ेसर बोला- क्या तुम कभी गणित पढने स्कूल नहीं गये, तब तो तुम्हारे जीवन का एक चौथाई भाग ब्यर्थ चला गया.
अच्छा तुमने साइंस या अर्थशास्त्र तो पढ़ा होगा-प्रोफ़ेसर बोला.नहीं साहब ! ऐसा मेरा भाग्य कहा कि मैं साइंस या अर्थशास्त्र पढ़ता.
प्रोफ़ेसर यह सुनकर बोले-निश्चय ही तुमने अपनी जिंदगी का आधा हिस्सा बेकार ही गुजार दिया.कोई बात नहीं ये नहीं पढ़ा तो किन्तु तुमने इंग्लिश तो जरुर पढ़ी होगी.
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प्रोफ़ेसर के बार-बार एक ही जैसे सवाल पूछने से नाविक ग्लानि महसूस करने लगा और उसके बाद वह प्रोफ़ेसर से बोला-महाशय ! मैं एक गरीब घर में पैदा हुआ था और मेरे माता-पिता के पास इतना पैसा नहीं था की मुझे स्कूल भेजते जिस कारण मैं कभी स्कूल नहीं जा पाया तो यह सब कहा से पढता.
प्रोफ़ेसर यह सुनकर कुछ देर चुप रहे और फिर बोले-तब तो तुम्हारे जीवन का तीन हिस्सा ब्यर्थ का चला गया.
अचानक कुछ देर बाद नदी में बाढ़ आ गयी.लहरों के बहाव तेज होने से वह नाव डगमगाने लगी और देखते ही देखते नाव पानी से आधे से भी ज्यादा भर गयी.
फिर नाविक ने घबराहट के साथ प्रोफ़ेसर से पूछा-महाशय क्या आप तैरना जानते हो ?
प्रोफ़ेसर जल के तेज बहाव को देखकर डर के बोला-नहीं ! मैं तैरना नहीं जानता.
यह सुनकर नाविक बोला-यदि आप तैरना नहीं जानते तो आपका तो सारा जीवन बेकार चला गया.मैं तो तैरकर यह नदी पर करने जाता हूँ आप इस पानी के बीच ही विहार करना.इस तरह नाविक तैरकर नदी पर आ गया और प्रोफ़ेसर डूब गया.
दोस्तों, इस कहानी से आपको एक प्रेरणा तो जरुर मिली होगी की सिर्फ किताबी ज्ञान से जीवन नहीं चलता बल्कि आपका ब्यवहारिक ज्ञान ही आपके जीवन में काम आता है.
कई बार हम life में अपनी education डिग्री का और अपनी पढाई का मन में घमंड पाल लेते है और ये मानते है की जो ज्ञान है वह सिर्फ हमें ही है.लेकिन सिर्फ पढाई या डिग्री से हम इस संघर्ष भरे जीवन को नहीं जी सकते बल्कि हमें बहुमुखी प्रतिभावान तथा ब्यवहारिक ज्ञान वाला भी जरुर होना चाहिए.
Friends, मैं ये नहीं कह रहा की हमें education नहीं लेना चाहिए, पढाई तो बहुत ही important है हमारी लाइफ के लिए क्योंकि यह हमें सही गलत का ज्ञान कराती है. किन्तु हर जगह पर पढाई ही काम नहीं आती. कई ऐसे मौके आते है जिंदगी में जहा पर आपका extra knowledge आपको कई मुसीबतों से बाहर निकाल देता है.
इसलिए कभी भी अगर जिंदगी में कुछ भी सीखने का मौका मिलता है तो उसे जरुर सीखे और अपनी life को खुशहाल बनाये.
All The Best
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Thankyou so much Nikhil ji For your Volueble Comment.
इतना पढ़े-लिखे होने का क्या फायदा अगर अहंकार ही भरा रहे ,शायद अगर Professor ने अहंकार न किया होता तो नाविक उसको बचा भी लेता ,लेकिन पढ़ाई के घमंड ने उसकी जान ले ली । उसका मज़ाक उड़ाने के बजाए अगर कुछ शिक्षा दे देता तो नाविक भी शायद उसकी मदद करता । जैसी करनी वैसी भरनी ।
हमें किसी को भी कम नहीं आंकना चाहिए ,प्रोफेसर का काम है शिक्षा देना तो उसे शिक्षा देनी चाहिए थी न की उसकी insult करनी चाहिए थी ।
बहुत ही बढ़िया कहानी लिखी अपने , knowledge हर जगह काम नहीं आती , हुनर ही असली काम आता है ।
Thankyou so much amul ji.
Nice story….sahi kaha aapne ki har jagah padai kaam nahi aati balki life me general knowledge ki bhi apni ek special jagah hoti hai…..thanks for share this best story….