काशीपुर में हुई सच्ची घटना Kashipur Real Incident In Hindi
Table of Contents
Kashipur Real Incident In Hindi
हमारे जीवन में कई बार ऐसी घटनाएँ घटित हो जाती है जो हमें सोचने पर मजबूर कर देती है. इस संसार में मानव जाति को सबसे श्रेष्ठ समझा जाता है क्योंकि वह सभी प्राणियों में सर्वोतम है. इसका सबसे बड़ा कारण है मनुष्य के सोचने की अपार शक्ति. यह सोच का नतीजा ही है जो मानव जाति ने हर क्षेत्र में आज इतना विकास कर दिया है जिसके सामने पूरा प्राणी – जगत नतमस्तक है.
पर संसार का नियम है ज्यो – ज्यो कोई चीज Develop होती जाती है उसमे Positivity के साथ – साथ Nagativity भी बढती जाती है. यही मानव जाति के साथ हो रहा जिस कारण आज समाज में बुराई, अन्याय, चोरी, शौषण, छेड़खानी आदि घटनाएँ रोजाना घटित होती रहती है.
Kashipur Real Incident In Hindi
हाल ही में मेरे साथ एक ऐसी ही घटना घटी जो मैं आज आपसे साथ Share कर रहा हूँ. अभी कुछ समय पहले की बात है, मुझे किसी काम से रामनगर (Nainital) से काशीपुर (उधमसिंह नगर) की ओर जाना था. Ramnagar से Kashipur बस के जरिये एक घंटे का रास्ता था.
मैं शाम को रामनगर से काशीपुर दिल्ली जाने वाली बस में बैठ गया. गाड़ी चल पड़ी और पूरी तरह से सवारियों से भर चुकी थी. शाम का समय होने के कारण बाजार में बहुत भीड़ हो रही थी. मैं Bus की खिड़की से बाहर का नजारा देख रहा था.
शहर से Out Area की ओर निकलने पर सड़क काफी खाली हो चुकी थी और बस में शांति का माहौल था. अचानक मेरे कानो में कुछ आवाजे सुनाई दी. मुझे ऐसा अहसास हुआ जैसे किसी को एक जोर का थप्पड़ पड़ा हो. पीछे मुड़कर मैंने देखा तो आवाजे जोर – जोर से आने लगी और सब माजरा मुझे समझ में आ गया.
एक दिल्ली में रहने वाली Family पहाड़ो में गर्मियों की छुट्टियाँ (Holiday) बिताकर अपने घर Delhi को लौट रही थी तो उस परिवार (Parivar) की एक लड़की के साथ एक लड़का छेड़खानी (Chhedkhani) कर रहा था.
उस लड़के ने भीड़ का फायदा लेने की सोची और उस लड़की (Ladki) को छेड़ने लगा. वह लड़की पढ़ी – लिखी और समझदार थी तो वह उस लड़के के Bad Touch को समझ गई. उसने उस लड़के को एक जोर का तमाचा लगा दिया.
उस लड़की द्वारा खुद पर हो रहे गलत हरकतों का विरोध करने पर उसकी Family भी उसके Support में आ गई. फिर बस में बैठे सारे लोग और स्वयं में भी. जो गलत इरादों और बुरी सोच का हमेशा विरोध करेगा.
बस काशीपुर आ गयी थी. गाड़ी के काशीपुर रूकने पर लोगो ने उस लड़के को बाहर खींचा. लोगो ने उसका वही हश्र किया जो गन्दी सोच व ऐसी घिनोनी हरकते करने वालो के साथ हर Public करती है. मैं काशीपुर में उतर चुका था.
इस बात की ख़ुशी हो रही थी कि उस लड़की ने खुद पर हो रहे गन्दी हरकतों को सहन नहीं किया बल्कि उसका विरोध किया. लेकिन इस घटना ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया. जो हर नागरिक और एक इंसान को सोचना चाहिए.
इस घटना से हमें क्या सीखना चाहिए :
1. यहाँ मैं उस लड़की की बहुत तारीफ करूँगा जिसने हिम्मत (Himmat) करके उस लड़के का विरोध किया और उस लड़के को सबक सिखाया. हमारे समाज में चाहे वह लड़की हो या कोई भी शोषित व्यक्ति हमें कभी भी खुद पर हो रहे अन्याय को सहना नहीं चाहिए बल्कि उसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए.
अगर हम खुद पर हो रहे अत्याचारों को सहते रहेंगे तो अत्याचार करने वाला हमारा शौषण करता रहेगा और हमारे चुप रहने का फायदा लेता रहेगा. आप यह ध्यान रखे की भगवान (God) ने हर व्यक्ति को अलग आत्मा और बुद्धि दी है बाकि रिश्ते (Rishte) तो संसार (Sansar) में आने के बाद बनते है.
इसलिए कभी भी अगर आपके साथ कोई गलत हरकत कर रहा हो, आपके साथ अन्याय (Anyay) कर रहा हो या आपका किसी भी तरह से फायदा ले रहा हो तो तब चुप मत बैठिये बल्कि उसका विरोध (Virodh) करे और उसके खिलाफ आवाज (Aawaj) उठाये.
2. दूसरी बात मैं यही कहूँगा की आज हम भले ही कितना विकास (Vikas) कर ले या कितनी ही शिक्षा (Education) पा ले पर जब तक यह घिनौनी मानसिकता हमारे दिमाग (Mind) में बसी है. हम एक बेहतर समाज का निर्माण कर ही नहीं सकते. उस बस में और भी तो बहुत लोग थे पर उस लड़के ने ही ऐसा क्यों किया.
क्या अंतर है उसमे और बाकि लोगो में ? अंतर है तो बस Thinking का. अगर यह सोच बदल जाए तो इस दुनिया से सारे बुरे काम (Bad work) ही खत्म हो जाय.
इसलिए अगर आप यह Article पढ़ रहे हो तो मैं आपसे Request करूँगा की ऐसी सोच वाले लोगो को ऐसी हरकते करने पर सबक अवश्य सिखाये जिससे वह समझ सके कि इस तरह की सोच रखने का अंजाम (Anjam) क्या होता है और यह समाज (Society) को किस तरह से नुकसान पहुंचाती है.
3. दोस्तों अगर आप ऐसी सोच नहीं रखते तो नयीचेतना आपको सलाम (Salaam) करता है पर सिर्फ खुद को बेहतर रखने से आपका कार्य (kary) पूरा नहीं हो जाता बल्कि आपको उन लोगो को भी ऐसे कार्य करने से रोकना होगा जो ऐसी घृणित मानसिकता के शिकार है.
ये आपके दोस्तों (Dosto) में, परिवार (Family) में या परिचित (parichit) भी हो सकते है. आप जितने लोगो से भी परिचित है उनका विरोध (Virodh) अवश्य करे और उनको इस मानसिकता (Mansikta) से बाहर अवश्य निकाले.
BE SAFE, KEEP SAFE
*(Ramnagar) : रामनगर नैनीताल जिले का एक प्रमुख नगर है और यह उत्तराखंड का एक प्रमुख स्थान है. यहाँ यहाँ देश का सबसे बड़ा पार्क जिम कॉर्बेट पार्क भी स्थित है.
*(Kashipur) : काशीपुर उधमसिंह नगर जिले का एक प्रमुख स्थान है.
मुझे उम्मीद है की आपको ये Article जरूर पसंद आया होगा.
निवेदन – आपको Kashipur Real Incident In Hindi, Do not be silent but also to resist Inspirational Story in Hindi यह कहानी कैसी लगी हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा .
Sir mai night duty krti hu or mere Senior ne mere sath galt kiya hai meri famly bjut garib hai mai kaise aawaj uthalu apni kissi bhi bat ka… Kyoki i know mai jha duty jrti hu wha k insan humare gar tak bat phucha denge… I’m lab technician or mere garwalo ne itne paise lgaye hai wo ye bat pta lagne k bad kabhi nhi bhejege mujhe kissi or lab main
Absolutely right brother ,VIROODH KRNA HI CHAHIYE.JO KIYA US LADKI NE,M USE USKE LIYE DHANDYWAD DETA HU.AGAR HUM CHUP RHENGE TO LOG AISE HI USKA FAYDA UTHATE RHENGE.SO I AM WITH THAT GIRL AND I SFULL SUPPORT TO HER.
Absolutely right brother ,VIROODH KRNA HI CHAHIYE.JO KIYA US LADKI NE,M USE USKE LIYE DHANDYWAD DETA HU.AGAR HUM CHUP RHENGE TO LOG AISE HI USKA FAYDA UTHATE RHENGE.SO I AM WITH THAT GIRL AND I SFULL SUPPORT TO HER.
apki likhi ye article jo real story pe base hai. ye kafi logo ko prerit karigi
Thankyou so much anip ji.
सुरेन्द्र जी, बढ़िया कहानी और अच्छा संदेश.
Amul ji Agar hum in ghatnao ka virodh karte rahenge to iska positive result jarur aayega aur ye ghatnayen kam ho jayengi.
Very nice article…..is tarah ki ghatnayen tabhi badti hain jab ham uska virodh nahi karte….hame galat cheej ka virodh to jarur karna chaiye….ladki ki himmat kabiletareef hai….thanks for share this event……
Thankyou so much Sanjay Rawat ji.. Keep Connect with us.
आपने बिलकुल ठीक कहा निखिल जी। बहुमूल्य कमेंट के लिए आपका धन्यवाद।
हेलो सर! आपने हिंदी में बहुत ही अच्छी आर्टिकल लिखी है।
Surendra Ji, aapne bilkul sahi kaha agar koi kuch galt krta hai to hume uske virudh awaaj uthani chahiye na ki chup chap sehan krte rehna chahiye. us ladke ko ek bar sabak mil gya ab shyd vo dubara aisi ghinoni harkat kisi ke sath bhi krne ki nahi sochega.
aur hume bhi ek sabhya nagrik bnna chahiye ,jab har koi apne aap me acha bn jayega fir burayi rhegi hi nai.