• Home
  • About Us
  • Hindi Stories
  • Hindi Quotes
  • Hindi Poems
  • Hindi Biography

Nayichetana.com

Best Hindi motivational & Inspiration Life Site




  • Home
  • Best Hindi Stories
    • Competitive Exam
  • Youtube Videos
  • Hindi Essay
  • Health In Hindi
  • Self Improvment
  • Hindi Slogans
You are here: Home / Best Hindi Post / जो भी बोले सोच – समझ कर बोले हिन्दी प्रेरणादायी कहानी

जो भी बोले सोच – समझ कर बोले हिन्दी प्रेरणादायी कहानी

April 9, 2016 By Surendra Mahara 5 Comments

बोले कम और कहे ज्यादा हिंदी मोटिवेशनल कहानी

Table of Contents

  • बोले कम और कहे ज्यादा हिंदी मोटिवेशनल कहानी
      • एक मुर्ख बिना सोचे – समझे कुछ भी बोल देता है, पर एक बुद्धिमान सोच – विचार कर ही कुछ कहता है.
      • शिव खेड़ा
      • जो मन में आये, वही बोलने से बाद में आदमी को वह सुनना पड़ता है, जो उसे पसंद नहीं होता. बोलने और व्यवहार करने में चतुर बने. इसका तात्पर्य यह है कि हम कुछ कहते वक्त अपने शब्दों का चुनाव होशियारी और समझदारी से करे.
      • साथ ही इस बात का अनुमान भी हमें होना चाहिए कि उस बोलने का क्या परिणाम निकलेगा. अगर हम यह अनुमान लगाने में सक्षम होंगे, तो हम आसानी से विचार कर सकते है कि हमें क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं बोलना चाहिए.
      • बोलने की कला और व्यवहार कुशलता के बगैर प्रतिभा हमेशा हमारे काम नहीं आ सकती. शब्दों से हमारा नजरिया झलकता है. शब्द दिलों को जोड़ सकते है, तो हमारी भावनाओ को चोट भी पहुंचा सकते है और रिश्तों में दरार भी पैदा कर सकते है. सोच कर बोले, न की बोल के सोचे. समझदारी और बेवकूफी में यही बड़ा फर्क है.
      • आइये इस बात को एक कहानी के माध्यम से समझते है-
      • एक व्यक्ति ने एक पादरी के सामने अपने पड़ोसी की खूब निंदा कि. बाद में जब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ, तो वह पुनः पादरी के पास पहुंचा और उस गलती के लिए क्षमा याचना करने लगा. पादरी ने उससे कहा कि वह पंखो से भरा एक थैला शहर के बीचोबीच बिखेर दे. उस व्यक्ति ने पादरी कि बात सुनकर ऐसा ही किया और फिर पादरी के पास पहुँच गया.
      • उस व्यक्ति की बात सुनकर पादरी ने उससे कहा कि जाओ और उन सभी पंखो को फिर से थैले में भरकर वापस ले आओ. वह व्यक्ति थोड़ा हिचका पर पादरी का आदेश मानते हुए उसने ऐसा करने की कोशिश की. काफी प्रयत्न करने के बाद भी वह सभी पंखो जमा नहीं कर सका. जब आधा भरा थैला लेकर वह पादरी के सामने पहुंचा तो पादरी ने उससे कहा की यही बात हमारे जीवन में भी लागू होती है.
      • जिस तरह तुम पंख वापस नहीं ला सकते, उसी तरह तुम्हारे कटु वचन को भी वापस नहीं किया जा सकता. उस व्यक्ति का जो नुकसान हुआ है, अब उसकी भरपाई संभव नहीं है. आलोचना का मतलब नकारात्मक बातें करना और शिकायत करना ही नहीं होता बल्कि आलोचना सकारात्मक भी हो सकती है. आपकी कोशिश यह होनी चहिये की आपकी आलोचना से, आपके द्वारा सुझाये विचारो से उसकी सहायता हो जाएँ.
      • दोस्तों कई बार देखा गया है कि माँ – बाप के द्वारा बच्चो से की गई बातचीत का ढंग उनके भविष्य कि रूपरेखा भी तय कर देता है. इसलिए घर से लेकर बाहर तक कुछ भी कहने में सावधानी बरतें. यही बात दोस्तों के साथ होने वाली बातचीत में भी लागू होती है और ऑफिस या इंटरव्यू के दौरान भी लागू होती है. इसलिए अगर आप समझ कर बोलेंगे तो हमेशा फायदे में रहेंगे.
      • मुझे उम्मीद है की आपको ये कहानी जरूर पसंद आई होगी ।
      • निवेदन – आपको Bole kam aur kahe jyaada Hindi prerak kahani यह कहानी कैसी लगी हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा .
      • # हमारे Facebook Page पर हमसे जुड़े.

एक मुर्ख बिना सोचे – समझे कुछ भी बोल देता है, पर एक बुद्धिमान सोच – विचार कर ही कुछ कहता है.

शिव खेड़ा

soch samjh kar bole
सोच – समझ कर बोले

 

जो मन में आये, वही बोलने से बाद में आदमी को वह सुनना पड़ता है, जो उसे पसंद नहीं होता. बोलने और व्यवहार करने में चतुर बने. इसका तात्पर्य यह है कि हम कुछ कहते वक्त अपने शब्दों का चुनाव होशियारी और समझदारी से करे.

साथ ही इस बात का अनुमान भी हमें होना चाहिए कि उस बोलने का क्या परिणाम निकलेगा. अगर हम यह अनुमान लगाने में सक्षम होंगे, तो हम आसानी से विचार कर सकते है कि हमें क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं बोलना चाहिए.

बोलने की कला और व्यवहार कुशलता के बगैर प्रतिभा हमेशा हमारे काम नहीं आ सकती. शब्दों से हमारा नजरिया झलकता है. शब्द दिलों को जोड़ सकते है, तो हमारी भावनाओ को चोट भी पहुंचा सकते है और रिश्तों में दरार भी पैदा कर सकते है. सोच कर बोले, न की बोल के सोचे. समझदारी और बेवकूफी में यही बड़ा फर्क है.

आइये इस बात को एक कहानी के माध्यम से समझते है-

एक व्यक्ति ने एक पादरी के सामने अपने पड़ोसी की खूब निंदा कि. बाद में जब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ, तो वह पुनः पादरी के पास पहुंचा और उस गलती के लिए क्षमा याचना करने लगा. पादरी ने उससे कहा कि वह पंखो से भरा एक थैला शहर के बीचोबीच बिखेर दे. उस व्यक्ति ने पादरी कि बात सुनकर ऐसा ही किया और फिर पादरी के पास पहुँच गया.

उस व्यक्ति की बात सुनकर पादरी ने उससे कहा कि जाओ और उन सभी पंखो को फिर से थैले में भरकर वापस ले आओ. वह व्यक्ति थोड़ा हिचका पर पादरी का आदेश मानते हुए उसने ऐसा करने की कोशिश की. काफी प्रयत्न करने के बाद भी वह सभी पंखो जमा नहीं कर सका. जब आधा भरा थैला लेकर वह पादरी के सामने पहुंचा तो पादरी ने उससे कहा की यही बात हमारे जीवन में भी लागू होती है.

जिस तरह तुम पंख वापस नहीं ला सकते, उसी तरह तुम्हारे कटु वचन को भी वापस नहीं किया जा सकता. उस व्यक्ति का जो नुकसान हुआ है, अब उसकी भरपाई संभव नहीं है. आलोचना का मतलब नकारात्मक बातें करना और शिकायत करना ही नहीं होता बल्कि आलोचना सकारात्मक भी हो सकती है. आपकी कोशिश यह होनी चहिये की आपकी आलोचना से, आपके द्वारा सुझाये विचारो से उसकी सहायता हो जाएँ.

दोस्तों कई बार देखा गया है कि माँ – बाप के द्वारा बच्चो से की गई बातचीत का ढंग उनके भविष्य कि रूपरेखा भी तय कर देता है. इसलिए घर से लेकर बाहर तक कुछ भी कहने में सावधानी बरतें. यही बात दोस्तों के साथ होने वाली बातचीत में भी लागू होती है और ऑफिस या इंटरव्यू के दौरान भी लागू होती है. इसलिए अगर आप समझ कर बोलेंगे तो हमेशा फायदे में रहेंगे.

 

 

मुझे उम्मीद है की आपको ये कहानी जरूर पसंद आई होगी ।

 
————————————————————————————————————————–
Tag : kyo bole soch samjh kar, achha bole sukhi rahe, acchevakta ki nishani, bole shabd kabhi wapas nahi aate, inspirational hindi story, motivational story in hindi, hindi best story, hindi rochak kahani, Jo bhi bole soch samjh kar bole shikshaprd hindi kahani, paadri aur vykti, paadri ki kahani
Image Courtecy

निवेदन – आपको Bole kam aur kahe jyaada Hindi prerak kahani यह कहानी कैसी लगी हमे अपने कमेन्ट के माध्यम से जरूर बताये क्योंकि आपका एक Comment हमें और बेहतर लिखने के लिए प्रोत्साहित करेगा .:)

 

# हमारे Facebook Page पर हमसे जुड़े.

Related posts:

नावप्रोफ़ेसर और अनपढ़ नाविक प्रेरणादायक हिन्दी कहानी दर्द को समझना सीखे हिंदी प्रेरक कहानी ! dosti, hindi kahani, mera yaar, friendship day, friendsदोस्ती का विश्वास Best Hindi Story Of Two Friends कर्म ही पूजा है हिन्दी आध्यात्मिक कहानी

Filed Under: Best Hindi Post, INSPIRATIONAL STORY, Motivational article, प्रेरणादायक हिन्दी कहानी, शिक्षाप्रद कहानी Tagged With: hindi best story, hindi rochak kahani, Jo bhi bole soch samjh kar bole shikshaprd hindi kahani, motivational story in hindi, paadri aur vykti, paadri ki kahani

About Surendra Mahara

Surendra mahara Author and founder of Nayichetana.com. He is very passionate about blogging And make people motivated and positive..Read More
Connect On a Facebook
Connect On a Youtube

Comments

  1. Surendra mahara says

    April 12, 2016 at 1:11 pm

    आपका धन्यवाद प्रदीप जी.

  2. Surendra mahara says

    April 12, 2016 at 1:11 pm

    आपका धन्यवाद प्रदीप जी.

  3. Pardeep Negi says

    April 12, 2016 at 4:18 am

    hmmmmmmmmm sahi kaha aapne

  4. Surendra mahara says

    April 10, 2016 at 10:55 am

    आपका बहुत धन्यवाद ज्योति जी

  5. Jyoti Dehliwal says

    April 10, 2016 at 6:58 am

    प्रेरणादायक अच्छी कहानी।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Sponsored Link

New Birth Certificate Online

All Health Tips On Health Lekh




Top 7 Best Article In Nayichetana. Com

  • चाणक्य की 10 बातें आपकी ज़िन्दगी बदल सकती है
  • 3 बुरी लत जो आपकी जिंदगी बर्बाद कर देगी
  • वजन बढ़ाने के 21 आसान उपाय
  • आसानी से अपना कॉन्फिडेंस कैसे बढाये
  • मेरी ज़िन्दगी से सीखे गये मोटिवेशनल विचार
  • पैसो की सेविंग कैसे करे
  • कैसे पायें आसानी से सरकारी नौकरी ? 10 टिप्स

Recent Post

  • प्यार और पैसे का नशा Love And Money Addiction In Hindi
  • 26 जनवरी पर हिन्दी नारे 26 January Par Slogan In Hindi
  • चिया बीज के स्वास्थ्य लाभ और उपयोग
  • बॉडी मास इंडेक्स से वजन कम है या ज्यादा यह कैसे जाने ?
  • जो बाइडेन की प्रेरक जीवनी Joe Biden Biography In Hindi
  • Mutual Fund क्या है इसमें कैसे Invest करे
  • चाय पर हिंदी कविता Chay Poem In Hindi
  • संस्कृत के 20 श्लोक जो हमें जीना सिखाते हैं 20 Sanskrit Shlokas With Meaning in Hindi
| About Us | Contact Us | Privacy Policy | Terms and Conditions | Disclosure & Disclaimer |

You Are Now: Nayichetana.com Copyright © 2015 - 2021 to Nayichetana.com