गौतम अडानी चाल से बन्दरगाह तक की कहानी Gautam Adani Biography In Hindi
Gautam Adani Biography In Hindi
भारतीय उद्यमी एवं स्वयं के बूते बने अरबपति गौतम अडानी की जीवनी इस बार हम लाये हैं, अडानी समूह के संस्थापक व अध्यक्ष गौतम अडानी ने भी साबित कर दिखाया कि परिश्रम के बल पर किसी भी कार्य को ढंग से करो तो कोई कार्य वास्तव में छोटा नहीं होता.
बड़े परिवार में पले-बढ़े एवं आर्थिक समृद्धि से दूर गुजर-बसर करते हुए अडानी की पहुँच अब तैल व गैस क्षेत्रों तक है। आइए इनके जन्म से लेकर जन-सरोकारों तक की झलकियाँ इस जीवनी के माध्यम से जान लेते हैं.
Gautam Adani Biography In Hindi
गौतम अडानी का जन्म कब हुआ ? – 24 जून-1962 (आयुः 58) को अहमदाबाद के रतनपोल में स्थित सेठ नी पोल क्षेत्र के गुजराती जैन परिवार में जन्मे।
गौतम अडानी के पिता का नाम – गौतम अडानी के पिता शान्तिलाल जैन/अडानी थे जो कि एक वस्त्र-व्यापारी हुआ करते थे।
गौतम अडानी के माता का नाम – गौतम अडानी की माता का नाम शान्ताबेन अडानी है।
गौतम अडानी की पत्नी – प्रीति अडानी (ये दंतविशेषज्ञा होने के साथ अडानी समूह की चेयरपर्सन भी हैं, इनका ज़ोर कार्पोरेट सोशल रिस्पान्सिबिलिटीः सी.एस.आर. पर अधिक रहता है)।
गौतम अडानी के पुत्र – बड़ा बेटा करण अडानी एवं छोटा बेटा जीत अडानी
गौतम अडानी की शिक्षा – अहमदाबाद में सेठ चिमनलाल नागिदास विद्यालय में पढ़ने के बाद गौतम का नामांकन गुजरात विष्वविद्यालय में वाणिज्य-स्नातक अध्ययन हेतु किया गया परन्तु दूसरे वर्ष में इन्होंने शिक्षा छोड़ दी।
गौतम अडानी का आर्थिक अतीत – गौतम अडानी सपरिवार अहमदाबाद के पोल क्षेत्र की शेठ चाल में रहते थे। इनके परिवार में इन्हें मिलाकर कुल सात/छः भाई-बहन हैं। इनके माता-पिता आजीविका के लिये गुजरात के बनासकाँठा जिले के थराद कस्बे से उत्तरी गुजरात में ही बस गये थे। अडानी इस परिवार का गोत्र है।
गौतम अपनी पढ़ाई मध्य में छोड़कर सन् 1978 में 18 वर्ष की आयु में 100 रुपये लेकर मुम्बई आ गये थे जहाँ ये महेन्द्र ब्रदर्स में डायमण्ड सार्टर के रूप में तीन सौ रुपयों के वेतन में कार्य करने लगे। लगभग दो-तीन वर्ष में इन्होंने 20 वर्ष की आयु में मुम्बई के ज़वेरी बाज़ार में हीरों की अपनी ब्रोकरेज संस्था/outfit को खोल लिया एवं बीस वर्षायु में ये मिलेनियर बन गये।
गौतम अडानी के बढ़ते कदम
*. सन् 1981 में गौतम अडानी के बड़े भाई मनसुख अडानी ने एक प्लास्टिक इकाई ख़रीदी जिसके प्रबंधन का कार्य गौतम को सौंपा। अडानी परिवार का यह उपक्रम पालिविनाइल क्लोराइडः PVC के आयात के माध्यम से वैश्विक व्यापार में प्रवेश कर गया।
*. सन् 1985 में इनके द्वारा लघु उद्योग के लिये प्राथमिक पालिमर का आयात आरम्भ कर दिया गया।
*. सन् 1988 में गौतम अडानी ने अडानी एक्स्पोट्र्स लिमिटेड की स्थापना की (जिसे आजकल अडानी एंटरप्राइज़ लिमिटेड के नाम से जाना जाता है)।
*. सन 1991 में भारत शासन की आर्थिक उदारीकरण नीतियों के कारण अडानी समूह के विस्तार की दिशा में लाभ हुआ। इस औद्योगिक संस्था द्वारा धातु, वस्त्र एवं कृषि-उत्पाद की दिशाओं में पाँव पसारे गये।
*. सन् 1993 में गुजरात शासन द्वारा मुन्द्रा पोर्ट की प्रबन्धात्मक आउटसोर्सिंग की उद्घोषणा की गयी थी। इसका अनुबंध(काण्ट्रेक्ट) सन् 1995 में अडानी समूह को प्रदान किया गया।
*. सन् 1996 में गौतम अडानी ने अडानी पावर लिमिटेड की पावर बिज़नेस आर्म की स्थापना की। अभी इस कम्पनी के पास देश का सबसे बड़ा निजी थर्मल पावर प्लाण्ट है जिसकी क्षमता 4620 मेगा वाट तक है। ‘Adani Power Limited’ अडानी समूह का ऐसा पावर बिज़्नेस है जिसके पास कई थर्मल पावर प्लाण्ट्स का स्वामित्व है। इनकी यह कम्पनी देश की सबसे बड़ी निजी बिजली-उत्पादक कम्पनियों में गिनी जाती है एवं देश के सबसे बड़े सौर-ऊर्जा उत्पादकों में भी।
*. सन् 2006 में गौतम अडानी ने विद्युत्-उत्पादन के व्यवसाय में प्रवेश किया।
*. जून 2019 में 9 वर्ष की प्रतीक्षा के बाद अडानी को एक आस्ट्रेलियन कोयला खदान में कार्य करने की अनुमति प्रदान की गयी।
अडानी समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष गौतम अडानी है, यह समूह कोयला-व्यापार, कोयला-खनन, तैल एवं गैस खोज सहित मल्टि-माडल लाजिस्टिक्स, विद्युत्-उत्पादन, बन्दरगाहों एवं पारेषण के साथ गैस-वितरण के क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर कार्य करने वाला एक एकीकृत आधारभूत ढाँचा है। छोटे भाई राजेश अडानी अडानी समूह में प्रबन्ध-निदेशक हैं एवं अडानी एनर्जी का कार्यभार सँभालते हैं।
गौतम अडानी का अपहरण
सन् 1998 में अण्डरवर्ल्ड डान फ़ज़लु रहमान द्वारा फ़िरौती के लिये गौतम अडानी का अपहरण कर लिये जाने का समाचार छाया रहा किन्तु अस्पष्ट रहा कि क्यों इन्हें बिना फ़िरौती छोड़ दिया गया।
गौतम अडानी का मृत्यु से सामना
26 नवम्बर 2008 में गौतम अडानी जब मुम्बई स्थित ताज होटल में रात्रिभोज कर रहे थे तब होटल पर आतंकवादी-आक्रमण किया गया। अन्य आगंतुकों के साथ गौतम भी तहख़ाने में छुप गये। 160 लोगों को आतंकवादियों द्वारा मार दिया गया। गौतम अडानी ने कहा – ” मैंने मौत को मात्र 15 फ़ीट की दूरी से देखा !“।
गौतम अडानी के पास गुजरात राज्य के मुन्द्रा पोर्ट का नियन्त्रण है। सन 1993 को गुजरात की तत्कालीन चिमनभाई पटेल सरकार से यह नियन्त्रण मिला था, वैसे औपचारिक घोषणा दो वर्ष बाद की गयी थी।
कच्छ में अवस्थित मुन्द्रा पोर्ट भारत के 12 निजी क्षेत्र पोट्र्स में सबसे बड़ा है। गौतम अडानी के पास मुम्बई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का 74 प्रतिशत हिस्सा है जो कि सितम्बर 2020 की स्थिति के अनुसार भारत का दूसरा सबसे भीड़भरा एयरपोर्ट है।
व्यवसाय से हटके भी कुछ करते जन-सरोकार
गौतम अडानी अडानी फ़ाउण्डेशन के अध्यक्ष हैं जिसकी निधिपूर्ति (फ़ण्डिंग) अडानी समूह के माध्यम से की जाती है। इस फ़ाउण्डेशन को सन 1996 में स्थापित किया गया था जिसे महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेष, मध्यप्रदेष, छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा में संचालित किया जाता है।
अडानी फ़ाउण्डेशन अडानी समूह के उपक्रमों से होने वाले लाभों के 3 प्रतिशत से संचालित किया जाता है। अहमदाबाद की अडानी विद्या मंदिर शाला में निम्न-आयवर्ग के परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है।
मार्च 2020 में इन्होंने अपने समूह के माध्यम से पीएम केयर्स फ़ण्ड में 100 करोड़ रुपये दान किये ताकि कोरोना से जूझ रहे लोगों की कुछ सहायता की जा सके। राज्यों की मुख्यमंत्री राहत-निधियों में भी इन्होंने आर्थिक योगदान किया है।
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